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July 1, 2025 3:01 pm

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स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में मासूम की हत्या का एसपी ने तीन घंटे में किया खुलासा,सरकंडा और एसीसीयू की टीमों की रही अहम भूमिका

हत्या का आरोपी नाबालिग, पुलिस ने हिरासत में लिया

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बिलासपुर पुलिस ने थाना सरकंडा क्षेत्र के स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में हुई एक पांच वर्षीय नाबालिक बालिका की हत्या की गुत्थी महज तीन घंटे के भीतर सुलझा ली है। पुलिस अधीक्षक बिलासपुर आईपीएस रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की निगरानी की और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस की तत्परता से हत्या का आरोपी एक नाबालिग बालक को हिरासत में लिया गया है।

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घटना का विवरण

मामला 24 फरवरी 2025 की शाम का है, जब स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में रहने वाली एक पांच वर्षीय नाबालिक बच्ची अचानक लापता हो गई थी। परिजनों द्वारा खोजबीन के बावजूद उसका कोई पता नहीं चला। अगले दिन 25 फरवरी को सुबह करीब 10:20 बजे उसका शव कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान नंबर 80 में बरामद हुआ। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी निरीक्षक निलेश पाण्डेय ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं, जिनमें से तीन टीमों को कॉलोनी में रहने वाले मजदूरों और उनके बच्चों से पूछताछ करने, एक टीम को कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करने और एक अन्य टीम को गुप्त सूचना संकलन करने की जिम्मेदारी दी गई।

ऐसे पकड़ा गया आरोपी

जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि घटना किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि कॉलोनी में रहने वाले किसी व्यक्ति द्वारा अंजाम दी गई है। जांच टीम ने कॉलोनी में काम करने वाले मजदूरों एवं अन्य संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी। पूछताछ और शारीरिक जांच के आधार पर नौ संदिग्धों को चिह्नित किया गया, जिनके शरीर पर चोट और खरोंच के निशान थे।

इस बीच सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मृतिका को एक नाबालिग लड़के के साथ घटना स्थल की ओर जाते हुए देखा गया। यह लड़का उन्हीं नौ संदिग्धों में शामिल था। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।

न्यायिक प्रक्रिया जारी

चूंकि मृतिका और आरोपी दोनों नाबालिग हैं, इसलिए किशोर न्याय अधिनियम के तहत कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में लेकर माननीय किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया है।

एसपी ने की सराहना

पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह ने कहा कि इस मामले को सुलझाने में एसीसीयू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुज कुमार सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल टीआई निलेश पांडेय एवं टीम में शामिल अन्य ने अहम भूमिका निभाई। श्री सिंह ने मामले के त्वरित समाधान के लिए पुलिस टीम की सराहना की और जनता से अपील की कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और उन पर नज़र रखें ।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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