रायपुर। राजधानी रायपुर के पंडरी इलाके में धर्मांतरण को लेकर जमकर बवाल मचा हुआ है। पंडरी के मितान विहार में उस समय विवाद हो गया जब चंगाई सभा में ईसाई मिशनरियों ने हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक शब्द कहें और अभद्र टिप्पणी कर दी। हिंदू संगठनों का दावा है कि चंगाई सभा के बहाने कुछ परिवारों का धर्मांतरण कराया जा रहा था। यह भी जानकारी मिल रही है कि चंगाई सभा के दौरान धर्मांतरण कराने की कोशिशों की जैसे ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली वे मौके पर पहुंचकर विरोध के साथ ही जमकर हंगामा मचाने लगे।
आरएसएस व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चंगाई सभा के दौरान धर्मांतरण की कोशिश कराने वाले ईसाई मिशनरियों के खिलाफ मोवा थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है। मोवा पुलिस ने बताया कि पास्टर कीर्ति केशरवानी और उसके सहयाेगी चंगाई सभा के दौरान हिंदू देवी-देवताओं को ईसा मसीह से छोटा बता रहे थे। चंगाई सभा में शामिल लोगों से यीशु मसीह की शरण में आने की बात कहते हुए शरण में आने वालों की यीशु दुख दूर करते हैं,जैसे दावा भी कर रहे थे। चंगाई सभा पादरी के किराए के मकान में चल रहा था। यहां उनके सहयोगी और मोवा के लोग मौजूद थे। एफआईआर के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।जूदेव की सामने आई तीखी प्रतिक्रिया

घर वापसी के प्रणेता व जशपुर नरेश स्व दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव की इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। जूदेव बोले धर्मांतरण विदेशी षड़यंत्र का सबसे बड़ा हिस्सा है। इसे जल्द नियंत्रण में लेने की जरुरत है। ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग देश और प्रदेश में सांस्कृतिक आतंकवाद फैला रहे मितान विहार कॉलोनी के जिस मकान के बाहर विवाद हुआ, वहां पर जाकर छानबीन की। पादरी कीर्ति केशरवानी के मकान से कुछ दूरी पर रहने वाले स्थानीय निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस मकान में बीते कई साल से अस्थाई चर्च चल रहा है।
किराए के मकान में चलता है चंगाई सभा
मोहल्लेवालों ने बताया कि पादरी कीर्ति केशरवानी नौ साल किराए के मकान में रह रहे हैं। इसी मकान के एक हिस्से में वे चंगाई सभा का आयोजन करते हैं। यहां आने वालों को ईसाई धर्म के बारे में बताते हैं और प्रचार प्रसार करते हैं।
शिक्षा,स्वास्थ्य और पैसा…. सबसे बड़ा टारगेट
ईसाई मिशनरियों के टारगेट में वे लोग रहते हैं जो आर्थिक रूप से बेहद तंग है। घर के सदस्य बीमारी से परेशान हाल हैं और आर्थिक तंगी के कारण लोग अपने बच्चों को अच्छी स्कूलों में पढ़ाई नहीं करा पा रहे हैं। मिशनरी इन्हीं लोगों को टारगेट में रखते हैं और इसी बहाने धर्मांतरण कराने की कोशिश भी करते हैं।
बजरंग दल का ऐसा दावा
बजरंग दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का कहना है कि मिशनरियों का जाल पूरे छत्तीसगढ़ में फैला हुआ है। राजधानी के जोरा,माना,अमलीडीह,लालपुर व कमलविहार इलाके में मिशनरीज सक्रिय हैं और चंगाई सभा के बहाने धर्मांतरण की कोशिशें की जा रही है।

सीएसपी आईपीएस अजय कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दोषी पाए गए सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ।पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही है ।दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी ।

प्रधान संपादक




