बिलास् पुर। डा.पालेश्वर प्रसाद शर्मा स्मृति समन्वय सम्मान के सम्बन्ध में डाँ. देवधर महंत
ने वताया कि छत्तीसगढ़ी गद्य साहित्य के युग प्रवर्तक साहित्यकार एवं भाषाविद डा. पालेश्वर प्रसाद शर्मा की स्मृति में छत्तीसगढी गद्य की किसी भी विधा के चयनित कृतिकार को प्रतिवर्ष डा.पालेश्वर प्रसाद शर्मा स्मृति समन्वय सम्मान से नवाजा जाएगा।
इस हेतु प्रतिवर्ष छत्तीसगढी कथा , समीक्षा, जीवनी ,व्यंग्य, निबंध , संस्मरण, रेखाचित्र, रिपोर्ताज आदि विधा की किसी एक कृति का चयन किया जावेगा और समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ के वार्षिक सम्मेलन में चयनित कृतिकार को सम्मानित किया जाएगा।
समन्वय 2025 वार्षिकांक डा.पालेश्वर प्रसाद शर्मा पर केन्द्रित होगा। इस हेतु उनसे जुड़े संस्मरण , साक्षात्कार और आलेख आमंत्रित हैं । समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ के वार्षिक सम्मेलन 2025 में प्रथम डा.पालेश्वर प्रसाद शर्मा स्मृति समन्वय सम्मान प्रदान
किया जावेगा। सम्मान निधि के रूप में पांच हजार एक रूपये की राशि के साथ स्मृति चिन्ह , शाल , श्रीफल तथा प्रशस्ति पत्र दिया
जावेगा।
उल्लेखित घोषणा कल 21 अक्टूबर 2025 को अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के सिहावा सभागार में समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित डा.पालेश्वर प्रसाद शर्मा की कृति ” मां महामाया दिव्य ज्योति धाम रतनपुर” के लोकार्पण समारोह में की गई।