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बिलासपुरः- कविता चौपाटी के 51 वें कड़ी में शहर के ख्यातीलब्ध विचारक एवं साहित्यकार स्व. डा. पालेश्वर शर्मा के आलेख का अनावरण कविता चौपाटी से के मंच पर उनके सुपुत्र राजीव नयन शर्मा के उपस्थिति पर मंच दो के संरक्षक पं. गिरधर शर्मा के अध्यक्षता एवं नंदकिशोर तिवारी पूर्व कुलसचिव गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के मुख्य आतिथ्य में 21 अक्टूबर 2024 को संपन्न हुआ।
अध्यक्षता के आसंदी से बोलते हुए पं. गिरधर शर्मा जल् जहां उन्हें देवदूत के नाम से परिभाषित किया वहीं नंदकिशोर तिवारी ने कहा कि डा. पालेश्वर शर्मा छत्तीसगढ़ी व हिन्दी भाषा के उद्भट् विद्धान रहे। उनकी कई रचनाए। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में सामिल है।
कार्यक्रम को विशेष बनाते हुए श्रीमती रश्मि अग्रवाल शिक्षिका शा. पू. मा. शाला काठाकोनी द्वारा लिखित नुक्कड़ नाटक “नारी सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए खेला गया जिसे देखने के लिए एक भारी भिड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीण अंचल के बच्चे कु. पलक खाण्डे, कु सीमा ध्रुव, राजेश्वरी, रीया खाण्डे, सोनम सोनवानी, श्रद्धा उइके, श्वेता सोनवानी श्रद्धा ध्रुव एवं सोनम कौशिक ने अपने अभिनय से सभी को बांधे रखा।
शरदपूर्णिमा के उपलक्ष्य में कविता चौपाटी से के दूसरे दिन के आयोजन में रेलवे राजभाषा से सेवानिवृत्त हुए श्री सामाजिक लाल जी द्वारा गीत एवं गजल की शानदार प्रस्तुती दी गई। उनके साथ तबला पे संगत कर रहे हरपाल सिंह ठाकुर एवं बांसुरी पर श्री उमेश सिहोते ने श्रोताओं को बांधे रखा तथा वाह-वाह करने के लिए बाध्य कर दिया। शरदपूर्णिमा के उपलक्ष्य में एक आंचलिक कवि सम्मेलन की अध्यक्षता श्री केवलकृष्ण पाठक जी ने किया अन्य
आमंत्रित कवि श्रीमती संगीता सरगम ने मां सरस्वती की वंदना से कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया, श्री शिशिर मौर्य ने बहुत ही रोचक तरिके से सभी कवियों का परिचय कराया तथा अपने हास्य परिहास से कवि सम्मेलन की मजबूत भूमिका तैयार की। पत्रकार श्री भास्कर मिश्रा व शहर के व्यंग्यकार श्री महेश श्रीवास ने चुटिले अंदाज में वर्तमान भारतीय राजनीति पर तिखे प्रहार किये जिसे लोगों ने खूब सराहा। कवि सम्मेलन में प्रथम कवि के रूप में सतीश पाण्डेय “उद्यान” व डा. सुधाकर बिबे” सुधा” ने अपने हिन्दी गीतो से लोगो का बांधे रखा। भाटापारा से आई हुई कवियत्री अन्नपूर्णा पवार ” आहुती” ने अपने ओजस्वी अंदाज से भारत की भूमी, राष्ट्रीय झण्डे तिरंगे वे वीर जवान के शान में एक से बढ़कर एक कविता का पाठ किया जिसे सुनकर श्रोता स्वमेव भारत माता की जय का नारा लगाने लगे। कोरबा से पधारी श्रृंगार की कवियत्री संगीता सरगम ने प्यार, मोहब्बत व इश्क के मुक्तक सुनाकर युवा धड़कनों को अपनी तरफ आकर्षित किया। कवि सम्मेलन का संचालन शहर के व्यंग्यकार राजेन्द्र मौर्य ने किया एवं श्री राघवेन्द्र धर दिवान जी दो दिवसीय कविता चौपाटी से के सफल आयोजन पर श्रोताओं, आमंत्रित अतिथि, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।
श्रोताओं एवं दर्शकों के भारी भिड़ में निम्नलिखित सदस्य उपस्थित रहेः सर्वश्री द्वारिका वैष्णव, सत्येन्द्र तिवारी मोहन अग्रवाल, विपुल तिवारी, श्रीमती पूर्णिमा तिवारी, आरती राय, शोभा बिबे, श्री शैलेन्द्र गुप्ता, सतीश पाण्डेय ” उद्यान” राकेश अयोध्या, डॉ. ललिता यादव, श्रीमती रश्मि अग्रवाल, धनेश्वरी सोनी, श्री राघवेन्द्रधर श्रीवास, एम.डी. मानिकपुरी, भूपेश पटेल, राजेन्द्र चन्द्राकर, शशि श्रीवास, श्रीमती खुशी चौधरी, डॉ. रामरतन श्रीवास, अंजनी कुमार तिवारी, कुमार संतोष शर्मा, जगतारन डहरे, चन्द्रकान्ता डडसेना, श्रीमती भगवती पैकरा, ललिता पैकरा, श्री निखिल रत्नाकर, डॉ. शिव शरण श्रीवास्तव, निशा, प्रकाश यादव, डुलेश कुमार भार्गव, चन्द्रप्रकाश जाय, मोहन सदवानी, श्रीमती लेखनी जाधव, श्री मुकेश रजक, पृथ्वी सिंह रजक, दिनेश्वर राव जाधव, राकेश कुमार श्रीवास, राजेश कुमार सोनार, अविनाश चौधरी, केवल कृष्ण पाठक, सोनम सोनवानी, श्वेता सोनवानी, सोनम कौशिक, पलक खाण्डे, अंशू सोनवानी, श्रृद्धा उइके, हिमाक्षी मार्को, रिया खाण्डे, श्रद्धा ध्रुव, राजेश्वरी, सीमा ध्रुव, डॉ. मन्तराम यादव, शैलेन्द्र गुप्ता, बुधराम यादव, डॉ. भास्कर मिश्र, मोहन कुमार अग्रवाल, जीवंतिका वैष्णव, मुकेश यादव, योगेश यादव, सौरभ मणि त्रिपाठी, प्रशांत यादव, प्रांजल यादव, किशोरी साहू, गीता नायक, कमलेश पाठक, अजय शर्मा धमनी, श्याम सुन्दर तिवारी, प्रभा तिवारी, संगीता, शशी श्रीवास्तव, राजेन्द्र चन्द्रकर, धनेश्वरी सोनी, मधु मौर्य, महेन्द्र कुमार साहू, विश्वनाथ निर्मलकर, राघवेन्द्र धर श्रीवास, खुशी चौधरी, मिली चौधरी, डिम्पल चौधरी, आशीष कुमार, ओमप्रकाश भट, मनीषा भट्, महेन्द्र मसीना, सूर्य प्रकाश साहू, राम परिहार, द्वारका अग्रवाल, एस श्रीवास्वत, शिशिर मौर्य व पियुश, सुरेन्द्र पाटनवार आदि रहे।
(राजेन्द्र