*आबकारी सचिव सह आयुक्त श्रीमती आर संगीता के निर्देशन पर निरंतर कार्रवाई जारी
*मदिरा दुकानों में बायोमेट्रिक प्रणाली लागू*
बिलासपुर 18 अगस्त 2024/ आबकारी सचिव सह आयुक्त श्रीमती आर. संगीता के निर्देशन पर प्रदेशभर के मदिरा दुकानों की जांच के बाद निरंतर कार्रवाई की जा रही है। मदिरा दुकानों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली लागू की गई। इससे उनकी उपस्थिति दर्ज की जा रही है। निर्धारित समय से अधिक कार्य करने पर ओव्हरटाइम भुगतान किया जा रहा है। इसी परिपेक्ष्य में बिलासपुर जिले में राज्य स्तरीय टीम ने मदिरा दुकानों की जांच की। जिनमें अनेकों खामियां पाई गई है। छ.ग. स्टेट बेवरेजेस कार्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्यामलाल धावड़े के नेतृत्व में आबकारी, सी.एस.एम.सी.एल. एवं सी.एस.बी.सी.एल. मुख्यालय में पदस्थ 08 वरिष्ठ आबकारी अधिकारियों की टीम गठित कर जिला बिलासपुर में संचालित 18 मदिरा दुकानों की आकस्मिक जांच कराई गई।
उपरोक्त जांच में जिला बिलासपुर के कंपोजिट मदिरा दुकान मोपका, देशी, विदेशी मदिरा दुकान लिंगियाडीह, देशी, विदेशी मदिरा दुकान बिल्हा, कंपोजिट मदिरा दुकान छोटीकोनी, विदेशी मदिरा दुकान सरकंडा, देशी, विदेशी मदिरा दुकान सिरगिट्टी, देशी, विदेशी मदिरा दुकान सकरी, प्रीमियम मदिरा दुकान लिंक रोड तारबहार, देशीध्विदेशी मदिरा दुकान चुचुहियापारा, देश, विदेशी मदिरा दुकान व्यापार विहार एवं देशी, विदेशी मदिरा दुकान यदुनंदन नगर की जांच श्री श्यामलाल धावड़े, राकेश मंडावी, अपर आयुक्त आबकारी, आशीष श्रीवास्तव अपर आयुक्त आबकारी, पी.एल. साहू उपायुक्त आबकारी, श्रीमती नीतू नोतानी उपायुक्त आबकारी, नवीन प्रताप सिंह तोमर सहायक आयुक्त आबकारी, श्रीमती मंजुश्री कसेर सहायक आयुक्त आबकारी, आशीष कोसम सहायक आयुक्त आबकारी की टीम द्वारा किए जाने पर मदिरा दुकानों में खामियां पाई गई। मदिरा दुकानों के नियमानुसार संचालन में पाई गई खामियों की समीक्षा के लिए जांचकर्ता टीम द्वारा जिला बिलासपुर के आबकारी नियंत्रण कक्ष में जिला बिलासपुर तथा संभागीय उड़नदस्ता बिलासपुर में पदस्थ समस्त आबकारी अधिकारीगण की संयुक्त बैठक लिया जाकर जांच के दौरान पाई गई समस्त कमियों के संबंध में विस्तृत समीक्षा करते हुए राजस्व लक्ष्य प्राप्ति, उपलंभन एवं गुणवत्तापूर्ण आपराधिक प्रकरणों की कायमी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
*जांच के दौरान मिली अनेकों खामियां*
पॉपुलर ब्रांड की मदिरा की अनुपलब्धता, मदिरा ब्रांडों का विक्रय हेतु काउंटर में प्रदर्शन नहीं, प्रभारी आबकारी अधिकारियों द्वारा मदिरा दुकानों का नियमित निरीक्षण नहीं, प्रतिदिन की बिक्री राशि के बैंक जमा की रसीद दुकान में उपलब्ध नहीं, बियर के सभी ब्रांडों को विक्रय हेतु फ्रीजर में ठंडा करके नहीं, दुकान के सुरक्षागार्ड का समय पर दुकान में उपलब्ध नहीं, उपकरणों, फर्नीचर एवं फिक्चर्स के मेंटनेंस का अभाव, संग्रहित खाली कॉर्टन का नियमित विक्रय, उठाव नहीं, अधिकांश मदिरा दुकानों में अहातों का व्यवस्थापन, संचालन नहीं होना, दुकान परिसर में पर्याप्त साफ-सफाई का अभाव।
ऐसा माना जा रहा है कि आबकारी विभाग टीम द्वारा न्यायधानी के विभिन्न शराब दुकानों पर निरीक्षण करने और सिरगिट्टी तारबहार पर स्थित शराब दुकान मे भी जांच करने के पीछे राजधानी के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम को . शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मदिरा दुकानों पर मिलावटी शराब बेचने एवं कोचियों को बड़ी मात्रा मे शराब उपलब्ध करा कर विक्रय किए जाने की शिकायतें मिल रही थी।
सिरगिट्टी पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सतनाम सिंह खनूजा ने अधिकारियों को मौके मे बिंदुवार शिकायत दर्ज कराई
शनिवार को न्यायधानी मे विभिन्न शराब दुकानों पर आबकारी विभाग की टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। सिरगिट्टी तारबहार में स्थित शराब दुकान का निरीक्षण करने आए आबकारी विभाग के अधिकारियों को पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सतनाम सिंह खनूजा ने मौके पर बिंदुवार शिकायत कर जांच करने की मांग की । उन्होंने प्रश्न उठाया कि लंबे समय से चल रहे अवैध चखना सेंटर को बंद कराया गया था लेकिन उसके बाद आखिर किसके संरक्षण पर अवैध चखना दुकान संचालित किया जा रहा ?. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देशी एवं विदेशी शराब दुकानों पर प्लेसमेंट कर्मचारी वर्षो से कार्य कर रहे हैं उनके द्वारा स्थानीय कोचियों को बड़ी मात्रा में शराब देकर क्षेत्र में बिकवाया जा रहा है.आखिर नियम विरुद्ध कार्य करने वालों के खिलाफ विभाग द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई क्यों नहीं किया जाता है?
प्लेसमेंट कर्मचारियों के एक ही दुकान वर्षों से पदस्थापना, स्थानीय शराब कोचियों से मिलीभगत तो नहीं ?
कुछ प्लेसमेंट कर्मचारियों का सिरगिट्टी शराब दुकान पर वर्षों से पदस्थ होने के कारण क्षेत्र के शराब कोचियों के साथ शराब की गांव गांव में अवैध बिक्री करने सुनियोजित मिलीभगत होने की चर्चा क्षेत्र में हो रही है ।ऐसे अंगद के पांव की तरह कई साल से एक ही स्थान पर जमे कर्मचारियों को इधर उधर किया जाए तो निश्चित ही क्षेत्र मे शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाया जा सकता है।