बिलासपुर। लालखदान के पास चार नवंबर को हुए रेल हादसे में गंभीर रूप से घायल व्यवसायी की 45 दिन बाद शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद से वे निजी अस्पताल में भर्ती थे और उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी। मौत की सूचना मिलते ही तोरवा पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया है। पुलिस ने इसकी सूचना रेलवे प्रशासन को भी दे दी है।

तोरवा थाना प्रभारी अभय सिंह बैस ने बताया कि बिल्हा निवासी तुलाराम अग्रवाल (63) व्यवसायी थे। चार नवंबर को वे अपने बेटे अंकित अग्रवाल के साथ व्यापारिक कार्य से अकलतरा गए हुए थे। काम निपटाने के बाद शाम को पिता-पुत्र मेमू लोकल पैसेंजर ट्रेन से बिल्हा लौट रहे थे। इसी दौरान लालखदान के पास ट्रेन से जुड़ा हादसा हो गया, जिसमें तुलाराम अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद उन्हें इलाज के लिए व्यापार विहार रोड स्थित एलाइट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों के अनुसार, हादसे में उन्हें सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई थीं। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें लंबे समय तक आईसीयू में रखा गया। इलाज के दौरान कई बार उनकी स्थिति में सुधार के संकेत मिले, लेकिन वे पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो सके। आखिरकार शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। व्यवसायी की मौत की खबर मिलते ही परिजन और परिचित अस्पताल पहुंच गए। घटना को लेकर परिजनों में शोक का माहौल है। पुलिस के अनुसार, हादसे के संबंध में पहले से दर्ज मामले में अब मौत की जानकारी जोड़ते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी। रेलवे प्रशासन को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है।
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