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March 15, 2025 12:24 am

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बिलासपुर रेंज साइबर थाना की बड़ी कार्रवाई: अंतरजिला ठग गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

व्हाट्सएप ग्रुप और शेयर ट्रेडिंग एप के जरिए 14.25 लाख की ठगी, रकम ऑनलाइन गेमिंग में उड़ाई

बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड में संलिप्त अंतरजिला साइबर ठग गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी व्हाट्सएप ग्रुप में लोगों को जोड़कर शेयर ट्रेडिंग एप के जरिए तगड़ा मुनाफा कमाने का झांसा देते थे और फिर उनसे लाखों की ठगी कर लेते थे।

कैसे हुआ खुलासा?

प्रकरण की शुरुआत तब हुई जब बिलासपुर निवासी श्याम सुंदर प्रसाद (41 वर्ष) ने 5 से 27 जनवरी 2025 के बीच 14.25 लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि ठगों ने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पीड़ित को शेयर मार्केट में तगड़ा मुनाफा कमाने का लालच दिया था और इस जाल में फंसाकर उससे बड़ी रकम ऐंठ ली।

साइबर पुलिस की टीम ने गहन छानबीन करते हुए बैंक स्टेटमेंट और साइबर पोर्टल की रिपोर्ट के आधार पर संदिग्ध खाताधारकों की पहचान की। तकनीकी विश्लेषण में पता चला कि ठगी की रकम बैकुंठपुर (कोरिया) और कोहका (दुर्ग) में स्थित बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी।

गिरफ्तारी और खुलासे

पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया—
1. रामकृपाल साहू (35 वर्ष), निवासी कोहका, थाना सुपेला, भिलाई
2. जितेंद्र अग्रवाल (42 वर्ष), निवासी अम्बिकापुर, हाल मुकाम बैकुंठपुर, जिला कोरिया

पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे ऑनलाइन गेमिंग और क्रिकेट सट्टे के लिए ठगी की रकम का इस्तेमाल करते थे। वे किराए पर बैंक खाते लेकर उनमें ठगी के पैसे मंगवाते और फिर उसे विभिन्न माध्यमों से निकाल लेते थे। पुलिस को आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड बरामद हुए हैं।

पहले भी कर चुके हैं ठगी

गिरफ्तार आरोपी रामकृपाल साहू पहले भी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा और अन्य साइबर फ्रॉड में संलिप्त रहा है। पुलिस उसकी डिजिटल गतिविधियों की जांच कर रही है।

बिलासपुर पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह ने आम जनता से अपील की है कि


अनजान व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल न हों और शेयर ट्रेडिंग में झूठे मुनाफे के लालच से बचें।
यदि कोई व्यक्ति कस्टम, पुलिस या सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल करे और पैसे मांगे, तो सतर्क रहें।
अजनबी नंबर से कॉल आने पर कोई भी ओटीपी, बैंक डिटेल या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन ठगी की शिकायत तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें या http://cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन रिपोर्ट करें।

टीम को मिली सफलता

इस सफल ऑपरेशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ACCU) अनुज गुप्ता, सीएसपी सिविल लाइन निमितेष सिंह, सीएसपी कोतवाली अक्षय साबद्रा और साइबर थाना प्रभारी विजय चौधरी की अहम भूमिका रही। उनकी टीम ने मिलकर यह ठगी का पर्दाफाश किया और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।

अतिरिक्त पुलिस ACCU अनुज गुप्ता ने कहा कि साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके अपनाकर जनता को ठगने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।

Ravi Shukla
Author: Ravi Shukla

Editor in chief

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