शिवरीनारायण मेले की हुई शुरुआत
जांजगीर-चांपा। मान्यता है कि शिवरीनारायण को भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान माना जाता है। माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भगवान जगन्नाथ एक दिन के लिए शिवरीनारायण मंदिर में विराजते हैं। इसी मान्यता और धारणा के साथ शिवरीनारायण मेले की शुरुआत माधी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हो गई है।
माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने माघी स्नान किया। छग के प्राचीन और सबसे बड़े मेले में श्रद्धालुओं ने सबसे पहले महानदी के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई, फिर मंदिर पहुंचकर भगवान नर नारायण के दर्शन किए। यहां साधु-संतों ने महंत रामसुंदर दास के साथ महानदी में शाही स्नान किया।

स्नान के दौरान श्रद्धालुओं ने चित्रोत्पला गंगा महानदी में स्थान के बाद लोगों ने बोटिंग का आनंद लिया, वहीं मेले का भी लुत्फ उठाया और जमकर खरीददारी भी क। शिवरीनारायण में माघी स्नान के लिए लाखों लोग पहुंचे और मंदिर में भक्तों की सुबह से लगातार कतार लगी रहती है। दर्शन का सिलसिला देर रात तक चलते रहता है। शिवरीनारायण का मेला महाशिवरात्रि 26 फरवरी तक चलेगा. 15 दिनों के मेले में हर दिन लाखों लोग पहुंचते हैं।
आज से राजिम कुंभी कल्प की शुरुआत

छत्तीसगढ़ के प्रयाग के रूप में प्रसिद्ध राजिम में माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक आयोजित होने वाले राजिम कुंभ कल्प 2025 की भव्य तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस वर्ष का आयोजन 12 फरवरी बुधवार से 26 फरवरी 2025 तक होगा। चौबे बांधा, राजिम में लगभग 54 एकड़ में यह भव्य मेला लगेगा।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief