बिलासपुर नगर निगम महापौर का पद ओबीसी के लिए आरक्षित हो गया है। आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होने और तस्वीर साफ होने के बाद अब दावेदार भी खुलकर सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष व भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त सोमनाथ यादव ने अपनी दावेदारी ठोंक दी है। सोमनाथ की दावेदारी सामने के साथ ही सत्ताधारी दल भाजपा में सुगबुगाहट तेज हो गई है। कमोबेश कुछ इसी तरह की स्थिति विपक्षी दल कांग्रेस में भी देखी जा रही है।
मेयर पद के लिए आरक्षण होने और तस्वीर सामने आने के बाद सत्ता से लेकर विपक्षी दल के दावेदार और कार्यकर्ता चुनावी मोड में आने लगे हैं। दावेदारों की दावेदारी भी इसी अंदाज में सामने आने लगी है। कुछ खुलकर तो कुछ दबी जुबान से अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को सामने लाने लगे हैं। अपनी बात रखने के अलावा राजनीतिक संभावनाएं भी तलाशने लगे हैं। इस बीच दोनों ही दलों की ओर से जिनकी खुलकर दावेदारी सामने आई है उसमें भाजपा की ओर से सोमनाथ यादव की है। बीकॉम,एम ए हिंदी,समाजशास्त्र, पत्रकारिता में डिग्री हासिल करने वाले सोमनाथ छत्तीसगढ़ की यदुवंशियों की लोकगाथा लोरिक चंदा, बांस गीत गाथा और रावत नृत्य पर पीएचडी की उपाधि इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ से हासिल की है।
संघ की शाखाओं से रहा जुड़ाव, परिषद की राजनीति में रहे सक्रिय
संघ पृष्ठभूमि के सोमनाथ यादव की राजनीतिक प्रोफाइल अपने आप में महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं से जुड़ाव के साथ ही बाल्यकाल से स्वयंसेवक रहे। यही कारण है कि छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में बिलासपुर नगर अध्यक्ष, जिला संयोजक, विभाग प्रमुख, प्रदेश सहमंत्री (मध्य प्रदेश), 1990 में छत्तीसगढ़ के प्रथम प्रदेश मंत्री के अलावा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, बस्तर और सरगुजा संभाग के संगठन मंत्री के रूप में संगठनात्मक कामकाज को बेहतर ढंग से अंजाम देते रहे हैं।
लोककला के क्षेत्र में अब भी सक्रिय
साहित्य, कला,समाज सेवा के क्षेत्र में राष्ट्रपति अवार्ड के साथ अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार,सम्मान से नवाजे गए हैं। संस्कृति,साहित्य, कला,और समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देने के उद्देश्य से ही बीते 35 वर्ष से बिलासा कला मंच के संस्थापक के रूप में उनकी सक्रियता बनी हुई है। अरपा नदी के संरक्षण संवर्धन हेतु बीते 19 वर्ष से जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
अध्यक्ष के रूप में छोड़ी छाप
छत्तीसगढ़ शासन में पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रहते हुए अनेक जनकार्य किया जिसमें जाति प्रमाण पत्र का सरलीकरण, जाति समूहों का जुड़ाव कार्यक्रम, अनेक विभागों में व्याप्त पिछड़ा वर्ग के केस का निराकरण , उपजातियों के त्रुटियों में सुधार आदि का काम कर उसने एक अलग ही छाप छोड़ी।
Author: Ravi Shukla
Editor in chief