छत्तीसगढ़ ।घरेलू हिंसा को लेकर दुर्ग पुलिस ने एक बार फिर सख़्त और स्पष्ट संदेश दिया है। घरेलू हिंसा अपराध की श्रेणी में आते हैं यह एक दंडनीय अपराध है। शारीरिक हिंसा का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं।हर पीड़ित की सुरक्षा हर अपराधी पर कार्रवाई के लिए दुर्ग पुलिस सदैव तत्पर है ।यह संदेश जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किया है।


एसएसपी अग्रवाल लगातार जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि परिवार के भीतर होने वाली हिंसा को घर की बात समझकर नजरअंदाज करना अब स्वीकार्य नहीं है। पीड़ित चाहे महिला हो पुरुष हो या बुजुर्ग हर किसी की सुरक्षा सुनिश्चित करना पुलिस की प्राथमिकता है।
दुर्ग एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि घरेलू हिंसा की सूचना किसी भी समय 112 महिला हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में तुरंत दी जा सकती है। पुलिस न केवल कार्रवाई करती है बल्कि ज़रूरत पड़ने पर काउंसलिंग और सुरक्षित आश्रय जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराती है।


एसएसपी अग्रवाल का मानना है कि समाज में हिंसा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया एक कारगर माध्यम बन चुका है। इसी प्रयास के क्रम में लगातार ऐसे संदेश साझा कर रहे हैं ताकि लोग हिंसा को सहने के बजाय उसका विरोध करें और कानूनी मदद लेने में संकोच न करें।
एसएसपी अग्रवाल ने की अपील

दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने अपील की है कि घरेलू हिंसा के किसी भी मामले में चुप न रहें, आवाज़ उठाएँ क्योंकि अपराध को रोकने का पहला कदम है उसकी जानकारी देना।
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