बिलासपुर। हेमूनगर के झुलेलाल चौक क्षेत्र में घरेलू गैस सिलिंडर की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी का मामला उजागर हुआ है। सूचना पर तोरवा पुलिस की टीम ने दबिश देकर 86 घरेलू गैस सिलिंडर जब्त किए हैं, जिसमें 43 सिलिंडर भरे हुए पाए गए। मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।

एएसपी राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि बुधवार की सुबह सूचना मिली थी कि तोरवा थाना क्षेत्र के सिंधी कालोनी, हेमूनगर में घनी आबादी के बीच भारी मात्रा में घरेलू गैस का अवैध भंडारण किया जा रहा है और सिलिंडरों की कालाबाजारी भी यहीं से संचालित होती है। सूचना पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हेमूनगर निवासी अजय मेघानी के घर में दबिश दी। घर में अजय मेघानी और उसके सहयोगी सुनील कुमार थारवानी मौजूद मिले। जांच में मौके पर 86 गैस सिलिंडर बरामद हुए, जिनमें 43 सिलिंडर पूरी तरह भरे हुए थे। पुलिस ने दोनों से गैस सिलिंडर के स्रोत और उपयोग के संबंध में पूछताछ की, लेकिन वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर सिलिंडरों को जब्त कर लिया। इस अवैध कारोबार के पीछे कितने और लोग जुड़े हैं, इसकी जांच की जा रही है।
डिलीवरी ऑटो से होती थी कालाबाजारी, ड्राइवर बना मास्टर माइंड
घरेलू गैस की कालाबाजारी को लेकर शहर में पहले भी कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कुछ दिनों पहले सरकंडा क्षेत्र के ऊर्जा पार्क के पास एक सूने मकान में गैस डिलीवरी करने वाले ऑटो ड्राइवर सिलिंडर से गैस निकालकर दूसरे सिलिंडरों में भरते दिखाई दिए थे। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बावजूद खाद्य विभाग और गैस कंपनी की ओर से किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी। जानकारी के अनुसार करबला क्षेत्र में रहने वाला एक ऑटो ड्राइवर इस गैस चोरी और कालाबाजारी के पूरे नेटवर्क का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। वह अन्य डिलीवरी ऑटो ड्राइवरों से सांठगांठ कर घरेलू गैस को खुले बाजार में महंगे दाम पर बेचता है। पुलिस अब इस पुराने प्रकरण की भी जांच कर रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि हेमूनगर से पकड़ी गई गैस का कनेक्शन क्या उसी रैकेट से है।
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