बिलासपुर। कांग्रेस में गुटीय राजनीति का असर वोट चोर गद्दी छोड़ आंदोलन की जनसभा में साफ तौर पर दिखाई दिया। जिला और शहर कांग्रेस कमेटी ने भीड़ को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन सभा में पहुंचते ही उनकी पोल खुल गई। सभा स्थल पर आधी से ज्यादा कुर्सियां पहले से खाली रहीं और जो लोग बैठे भी थे, वे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट के भाषण शुरू होते ही उठकर जाने लगे। देखते ही देखते कुर्सियां खाली हो गईं और माहौल फीका पड़ गया।
25 हजार भीड़ का दावा फुस्स, कांग्रेस की सभा बनी मज़ाक
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि 25 हजार से अधिक की भीड़ जुटेगी, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट नजर आई। कार्यकर्ताओं में उत्साह की भारी कमी दिखी और नेताओं के भाषण भी भीड़ रोक पाने में नाकाम साबित हुए।
सभा को सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और अंत में एआईसीसी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने संबोधित किया। लेकिन तीनों दिग्गजों के बावजूद सामने बैठी अधूरी भीड़ लगातार कम होती चली गई। प्रदेश स्तरीय सम्मेलन की ऐसी फजीहत पहले कभी नहीं देखी गई।
अव्यवस्था से जनता परेशान,एंबुलेंस भी फसी रही

सभा के बाद ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त रही। इसी दौरान एक एंबुलेंस भीड़ में फंसी रही लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। रोजमर्रा के कामकाज के लिए आने-जाने वाले लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अब देखने वाली बात होगी कि इस फ्लॉप शो को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता आगे क्या प्रतिक्रिया देते हैं।

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