दुर्ग छत्तीसगढ़ ।जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों का असर अब साफ़ नज़र आने लगा है। एसएसपी विजय अग्रवाल की सख्ती का असर सड़को पर दिखने लगा है पुलिस की सख्ती, जागरूकता कार्यक्रम और अभियांत्रिकी सुधारों के चलते सड़क हादसों की संख्या और उससे होने वाली मौतों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि साल 2024 की तुलना में 2025 के मई-जून माह में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 27 की कमी आई है। पिछले साल मई-जून में जहां 77 लोगों की जान गई थी, वहीं इस साल यह आंकड़ा घटकर 50 पर पहुंच गया है।
सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित कर वहां सुधार किए जा रहे हैं, जैसे कि नेहरू नगर से कुम्हारी टोल प्लाजा के बीच खतरनाक कटिंग को बंद करना प्रमुख चौक-चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री बनाना और हेजार्ड बोर्ड व रोड मार्किंग की व्यवस्था करना।

रात्रि के समय होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया है। शाम 6 से रात 10 बजे के बीच शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई करते हुए अब तक 563 चालकों के खिलाफ चालान काटे गए। सभी मामलों में चालकों के लाइसेंस निलंबन हेतु परिवहन विभाग को पत्र भेजा गया है।
सड़क पर मवेशियों की मौजूदगी से होने वाले हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने अभिनव कदम उठाते हुए उनके गले में रेडियम पट्टे लगवाने शुरू कर दिए हैं ताकि रात के समय वाहन चालकों को दूर से ही उनकी मौजूदगी का पता चल सके।
वहीं, शहर व हाईवे क्षेत्र में कंडम और अवैध रूप से खड़े वाहनों को हटाने के लिए नगर निगम के सहयोग से कार्रवाई की जा रही है। भिलाई में ओवरब्रिज के नीचे से कंडम वाहन हटवाए गए हैं जबकि दुर्ग के इंदिरा मार्केट से अतिक्रमण हटाकर यातायात व्यवस्था को बेहतर किया गया है।
जागरूकता के मोर्चे पर भी यातायात पुलिस ने ज़ोरदार काम किया है। ‘ऑपरेशन सुरक्षा’ अभियान के तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों को समझाइश दी गई, जबकि नियमों का पालन करने वालों को गुलाब फूल देकर सम्मानित किया गया। अब तक 113 जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए 65 हजार से अधिक नागरिकों को सीधे यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा चुका है।
साथ ही, 120 पीटीआई को यातायात प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने-अपने स्कूलों में छात्रों को नियमों की जानकारी देने हेतु तैयार किया गया है। इसके अलावा 21 और 22 जून को निकुंभ में आयोजित शिव महापुराण कथा के दौरान कथा वाचक के माध्यम से दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं से हेलमेट व सीट बेल्ट पहनने की अपील भी कराई गई।

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