कलेक्टर आईएएस संजय अग्रवाल ने किया निरीक्षण, 1000 से अधिक महिलाओं की हुई जांच
110 महिलाओं को उच्च जोखिम की श्रेणी में चिन्हित कर बेहतर इलाज के लिए उच्च संस्थानों में रेफर किया गया
बिलासपुर छत्तीसगढ़ । प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को बिलासपुर जिले के 35 स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के लिए जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान उच्च जोखिम वाली महिलाओं की प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सकों की टीम द्वारा जांच की गई।

जिले के कलेक्टर आईएएस संजय अग्रवाल सुबह जिला अस्पताल पहुंचे और अभियान के तहत दी जा रही सेवाओं का निरीक्षण किया और महिलाओं से भी मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया । इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से बातचीत कर समुचित व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस अभियान के तहत लागभग 1 हज़ार से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 110 महिलाओं को उच्च जोखिम की श्रेणी में चिन्हित कर बेहतर इलाज के लिए उच्च संस्थानों में रेफर किया गया। इस दौरान महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य देखभाल एवं परिवार नियोजन संबंधी जानकारी भी दी गई। सभी जांच एवं परामर्श सेवाएं निशुल्क रूप से उपलब्ध कराई गईं।

इस अवसर पर सीएमओ डॉ. प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम कोटा एवं तखतपुर के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया।डॉक्टर अभ्युदय तिवारी एवं डॉ. प्रदीप टंडन ने बिल्हा एवं मस्तूरी पहुंचे और यहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि डॉ. विनय कौशिक भी मौजूद रहे।
प्रदेश और जिला स्तर की टीमों ने स्वास्थ्य संस्थानों में दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया और सुधार हेतु सुझाव दिए। निरीक्षण के दौरान गर्भवती महिलाओं एवं मितानिन कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी गई और सुझाव भी लिए गए।

इस अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं की समय रहते पहचान कर उन्हें समुचित उपचार उपलब्ध कराना एवं सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करना है, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
कलेक्टर आईएएस संजय अग्रवाल ने कहा कि आने वाले दिनों में इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हेतु विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें ।

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