धोबी समाज के विकास में रजककार बोर्ड की अहम भूमिका
सनातन परम्परा को आगे बढ़ाने में रजक समाज का अहम योगदान
रजक समाज की प्रतिभाओं का मुख्यमंत्री ने किया सम्मान
ऑनलाईन मोड में काम होने से भ्रष्टाचार पर लगी लगाम
मोदी की हर एक गारण्टी पूरी करने सरकार वचनबद्ध
बिलासपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सिम्स ऑडिटोरियम में आयोजित रजक युवा गाडगे सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने महापुरूष संत गाडगे की पूजा अर्चना कर राज्य स्तरीय गाडगे सम्मेलन का शुभारंभ किया। श्री साय ने रजक समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं,प्रबुद्धजनों और समाजसेवियों को धोबी समाज की ओर शाल, श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
अध्यक्षता रजककार विकास बोर्ड के अध्यक्ष प्रहलाद रजक ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, क्रेडा अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी,जिला अध्यक्ष दीपक सिंह उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि की आसंदी से मुख्यमंत्री साय ने कहा कि रजक समाज का सामाजिक सद्भाव और सेवा भाव हमेशा से अनुकरणीय रहा है। छत्तीसगढ़ के हर गांव में इस समाज की मौजूदगी है। गांव में शादी-विवाह, छठ्ठी सहित अन्य सनातनी परम्पराएं इनके सहयोग के बगैर संपन्न नहीं होती। उनके पुश्तैनी व्यवसाय के विकास के लिए राज्य सरकार ने रजककार विकास बोर्ड का गठन किया है। इस बोर्ड के जरिए उन्हें पुश्तैनी धंधा के विकास के लिए किफायती दर पर लोन सुविधा मुहैया कराया जायेगा। समाज के युवाओं को और बुलंदियों पर ले जाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
साय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हमें अलग छत्तीसगढ़ राज्य दिया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के 15 साल के कार्य-काल में राज्य ने काफी तरक्की की। इसके पहले लोगों को भूखे पेट सोना पड़ता था। लेकिन डॉ0 सिंह के प्रयासों से लोगों को भुखमरी की समस्या से निजात मिली। उन्होंने कहा कि मोदी की गारण्टी के रूप में राज्य सरकार किये गये अपने हर वादे को पूरा कर रही है।

हमने 3100 रूपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी किया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने एक-एक हजार रूपए दे रहे हैं। तेन्दूपत्ता की खरीदी 5500 रूपए प्रति मानक बोरा के हिसाब से किया जा रहा है। रामलला एवं मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना भी हमने शुरू की है। सुशासन लाने और भ्रष्टाचार के रास्ते बंद करने के लिए अभिसरण विभाग गठित किया गया है। सभी तरह के काम ऑनलाईन होने से भ्रष्टाचार पर लगाम लगा है।
साय ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हमारी सरकार का मूलमंत्र है। वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के राष्ट्रीय विजन में हमारे छत्तीसगढ़ का विशेष योगदान होगा। हमने भी राष्ट्रीय विजन के अनुरूप छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेन्ट जारी किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति लागू की है। इस नीति में महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति और दिव्यांग लोगों को उद्योग एवं रोजगार के साधन निर्मित करने में खासा तवज्जो दिया गया है।

उद्योग नीति से आकर्षित होकर पिछले छह-आठ महीने में साढ़े 6 लाख के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। हमने राज्य के युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के द्वार भी खोल दिए हैं। डेढ़ साल में लगभग 10 हजार सरकारी नौकरी युवाओं को दिए हैं। जल्द ही 5 हजार शिक्षक भर्ती के विज्ञापन निकलने वाले हैं।
सरकारी नौकरी के इतर भी स्वरोजगार के लिए अच्छा माहौल बना है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत एवं सामाजिक विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के जरिए ही हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और सपने को पूरा करने में मदद मिलती है। शिक्षा से ही रोजगार के अवसर खुलते हैं। कार्यक्रम का संचालन सुप्रसिद्ध लोकगायिका रजनी रजक ने किया।

प्रधान संपादक