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March 18, 2025 10:04 pm

IAS Coaching

एसईसीएल ने ₹170 करोड़ की सीएसआर परियोजनाओं को दी मंजूरी,वर्ष 2025 में अब तक ₹77 करोड़ के एम ओ यू हुए साइन

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कोयला क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास को मिलेगी मजबूती

बिलासपुर ।एसईसीएल ने वित्तीय वर्ष 24-25 में विभिन्न सीएसआर परियोजनाओं के लिए ₹170 करोड़ की मंजूरी दी है। ये परियोजनाएं छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के कोयलांचल में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास के बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी।
यह आवंटन वित्तीय वर्ष 24-25 के लिए एसईसीएल के वैधानिक सीएसआर बजट ₹99.76 करोड़ से अधिक है, जो सामुदायिक विकास के प्रति कंपनी के समर्पण को दर्शाता है। इन परियोजनाओं को संबंधित समझौतों के अनुसार अगले 2-3 वर्षों में लागू किया जाएगा।
प्रमुख परियोजनाओं में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर के साथ ₹48.19 करोड़ का समझौता ज्ञापन शामिल है, जिसमें एसईसीएल द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित 500 बेड वाले ‘एसईसीएल गर्ल्स हॉस्टल’ का निर्माण किया जाएगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जनवरी, 2025 को रायपुर, छत्तीसगढ़ में इसकी आधारशिला रखी गई है। यह महिला छात्रों के लिए सुरक्षित और आरामदायक रहने का वातावरण प्रदान करेगा, जिससे महिलाओं में उच्च शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

उक्त जानकारी देते हुए एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा ने बताया कि हृदय की जन्मजात बीमारी के इलाज की महत्वपूर्ण आवश्यकता को देखते हुए, एसईसीएल ने अपनी प्रमुख परियोजना “एसईसीएल की धड़कन” (कोल इंडिया का नन्हा सा दिल का विस्तार) का दूसरा चरण शुरू किया है। 14 फरवरी, 2025 को एसईसीएल और श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, रायपुर ने विश्व जन्मजात हृदय दोष (सीएचडी) जागरूकता दिवस और कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की स्वर्ण जयंती समारोह पर ‘गिफ्ट ऑफ लाइफ’ समारोह का आयोजन किया। एसईसीएल के निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में, एसईसीएल की सीएसआर पहल, ‘एसईसीएल की धड़कन’ पर प्रकाश डाला गया, जिसमें सीएचडी वाले बच्चों के लिए सफलतापूर्वक 60 सर्जरी की गई है। प्रारंभिक आकलन में बलरामपुर, छत्तीसगढ़ में 57 सीएचडी मामले सामने आने के बाद, एसईसीएल ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अगले 300 बच्चों के इलाज के लिए ₹4.71 करोड़ की मंजूरी दी है। परियोजना के दूसरे चरण के तहत 13 बच्चों का पहले ही इलाज किया जा चुका है।
एसईसीएल के ‘डिजी विद्या’ कार्यक्रम के तहत एसईसीएल, अनूपपुर जिला प्रशासन और एडसीआईएल इंडिया लिमिटेड के बीच ₹13.73 करोड़ की लागत से मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के 84 सरकारी उच्चतर माध्यमिक और उच्च विद्यालयों को 265 स्मार्ट क्लासरूम समाधान और 84 विज्ञान प्रयोगशाला लगाने के लिए त्रिपक्षीय समझौता किया गया है।


टीबी उन्मूलन के लिए 100-दिवसीय गहन अभियान के अनुरूप, एसईसीएल ने छत्तीसगढ़ (बिलासपुर, रायगढ़, सूरजपुर) और मध्य प्रदेश (अनूपपुर) में 50,000 लोगों की टीबी स्क्रीनिंग के लिए ₹3.82 करोड़ की परियोजना के लिए आरके एचआईवी एंड एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर, मुंबई के साथ भागीदारी की है और 300 रोगियों को दवाएं और पोषण किट प्रदान किए हैं।
एसईसीएल, परिधान प्रशिक्षण एवं डिजाइन केंद्र (एटीडीसी), गुरुग्राम के साथ ₹3.12 करोड़ के समझौता ज्ञापन के माध्यम से कौशल विकास में भी निवेश कर रहा है। यह व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम 400 पिछड़े युवाओं को परिधान और कपड़ा उद्योग से संबंधित कौशल के साथ सशक्त करेगा, जिससे स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे। कार्यक्रम में एसईसीएल के विभिन्न परिचालन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिए आवासीय और गैर-आवासीय विकल्प शामिल होंगे।


एसईसीएल द्वारा अनुमोदित अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में शामिल हैं:
• स्वर्गीय बिसाहू दास महंत मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, कोरबा के लिए 3.0 टेस्ला एमआरआई मशीन प्रदान करना (₹28.08 करोड़)।
• कुपोषण और स्टंटिंग से निपटने और एनीमिया और सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग के लिए मध्य प्रदेश के विदिशा जिला प्रशासन को वित्तीय सहायता (₹30.92 करोड़)।
• राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ साझेदारी में एक बहु-कौशल विकास संस्थान (एमएसडीआई) परियोजना, जो एसईसीएल परिचालन क्षेत्रों में 1260 युवाओं को लाभान्वित करते हुए एक अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करेगी (₹6.87 करोड़)।
एसईसीएल के निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास ने कहा, “ये सीएसआर पहल कोयलांचल के हमारे समुदायों के प्रति एसईसीएल की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। एसईसीएल सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है।

Ravi Shukla
Author: Ravi Shukla

Editor in chief

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