बिलासपुर। पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए जिले में अवैध शराब के कारोबार पर लगाम कसने के लिए एसपी के निर्देश पर पुलिस ने कोचियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। एसपी रजनेश सिंह ने कहा है कि इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी इसलिए संबंधित थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में जाकर जांच करें ताकि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी सामने ना आए और आम नागरिक को कोई परेशानी ना हो ।इसी अभियान के तहत सरकंडा और रतनपुर पुलिस ने अलग-अलग मामलों में छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में शराब जब्त की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

सरकंडा में एक हजार लीटर से अधिक महुआ शराब बरामद
सरकंडा पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम चिल्हाटी के श्मशान घाट के पास दो लोग बड़ी मात्रा में कच्ची महुआ शराब तैयार कर उसे बेचने की फिराक में हैं। सूचना के आधार पर थाना प्रभारी निलेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और मौके पर छापेमारी की गई। पुलिस ने चिल्हाटी निवासी धनराज रात्रे (29) और धरमजीत रात्रे (29) को गिरफ्तार किया।
मौके से एक हजार 160 लीटर महुआ शराब बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग 2.32 लाख रुपये बताई गई है। इसके अलावा, शराब की ढुलाई में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल भी जब्त की गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है।
रतनपुर में अंग्रेजी और देसी शराब के साथ आरोपी गिरफ्तार

इसी तरह, रतनपुर पुलिस ने धौरामुड़ा क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए संजू कुमार जगत (30) को उसके घर के आंगन से अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस को आरोपी के पास से 215 पाव देसी प्लेन शराब (38.7 लीटर) और 65 पाव अंग्रेजी शराब (11.7 लीटर) मिली। जब्त की गई कुल 50.4 लीटर शराब की कीमत 27 हजार 800 रुपये आंकी गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

एसपी ने कहा अवैध शराब बेचने वाले सुधर जाए या जिला छोड़ दे
जिले के एसपी आईपीएस रजनेश सिंह ने कहा है कि सभी थानों को निर्देश दिए गए है कि वह किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें अवैध शराब बेचने वाले कोचियो के खिलाफ अभियान तेज करे और ऐसे लोगों के ऊपर सख्त कार्रवाई करें ।उन्होंने कहा कि अगर किसी थाना अंतर्गत अवैध रूप से शराब बिकने की शिकायत मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी ।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief