बिलासपुर। संगीत सम्राट महाराजा चक्रधर सिंह के दरबार के प्रमुख नृत्याचार्य स्तंभ कलागुरु पं. फिरतू महाराज की स्मृति में आयोजित अखिल भारतीय नृत्य संगीत समारोह विरासत-2025 का उद्घाटन 8 फरवरी को संध्या 6 बजे देवकीनंदन दीक्षित सभा भवन में हुआ। कार्यक्रम में डॉ. विनय कुमार पाठक मुख्य अतिथि रहे, जबकि आचार्य गिरधर शर्मा ने अध्यक्षता की। वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु कुमार तिवारी, संस्था की अध्यक्षा वासंती वैष्णव, संस्था के सचिव पं. सुनील वैष्णव और शरद वैष्णव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में कला विकास केंद्र, बिलासपुर के उभरते हुए राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त युवा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्यांगना वासंती वैष्णव और पं. सुनील वैष्णव के निर्देशन में समूह कथक नृत्य की उम्दा प्रस्तुति हुई।
मुंबई के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तबला वादक सुरजीत सिंह (पंजाब घराना) के शानदार तबला वादन को दर्शकों ने खूब सराहा। इसके बाद लखनऊ घराने की प्रसिद्ध नृत्यांगना दिशा देसाई ने अपने एकल कथक नृत्य से पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इन प्रस्तुतियों में कलागुरु पं. सुनील वैष्णव ने पढ़ंत, लाल राम लोनिया ने गायन, दीपक साहू ने तबला, रमाकांत त्रिपाठी ने सितार और कुशल दास महंत ने बांसुरी संगत की।
कार्यक्रम की तैयारी में जुटे कलाकार
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कला विकास केंद्र के ज्योति श्री वैष्णव, ऋषिका साव, सृष्टि गर्ग, दिलावर सिंह लोनिया, चंद्र प्रकाश खात्री, रत्न शुक्ला, सुमन तिवारी, श्रीनिवास गर्ग, दिलीप इजरदार, मिलेश कुमार, रोशन वैष्णव, याचना वैष्णव और आत्मिक दुबे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पहले दिन की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को विरासत-2025 की भव्यता का एहसास कराया और पूरे कार्यक्रम को यादगार बना दिया।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief