बिलासपुर। रामबोड़ पावर प्लांट के राख और कंटेनर के नीचे तीन श्रमिकों के शव को निकालने में रेस्क्यू टीम को सफलता मिली है। तीनों शव को सुबह घटना स्थल से सिम्स के लिए रवाना किया गया।
सिम्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में पीएम किया जा रहा है। तीनों ही मृतकों के परिजन और ग्रामीणों की सिम्स में भारी भीड़ जुट हुई है। परिजन मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े हुए हैं। बहरहाल परिजनों का हंगामा जारी है।
राख के नीचे दबे श्रमिकों के परिजनों से जिला व पुलिस प्रशासन के अफसर लगातार बातचीत कर रहे थे।संपर्क भी बनाए हुए थे। एनडीआरएफ की टीम ने जब राख के ढेर से एक-एक मृतकों के शव को बाहर निकाला उसके बाद परिजनों से प्रशासन के अफसरों ने फिर बात की। उनकी मौजूदगी में तीनों शव को पीएम के लिए सिम्स रवाना किया गया।
अफसर मृतकों के परिजनों को लगातार आश्वासन देते आ रहे हैं कि उचित मुआवजा दिया जाएगा। आश्वासनों के बीच किसी तरह का पुख्ता संदेश ना मिलते देख सिम्स के मरच्युरी परिसर में परिजनों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया है। दो मृतकों के परिजन 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने 1 करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की है।
Author: Ravi Shukla
Editor in chief