बिलासपुर।ब्रम्हाकुमारी शिव अनुराग भवन स्मृतिवन के सामने राजकिशोर नगर में श्रीमती ममता पाण्डेय ने राखी के त्यौहार को ध्यान रखते हुये मौली धागे से फ्रैण्डशीप बैंड और राखी बनाना सिखाया। सर्वप्रथम मंजू बहन ने श्रीमती ममता पाण्डेय का परिचय दिया फिर बहनों ने तीलक लगा कर पुष्प गुच्छ से स्वागत किया। ममता पाण्डेय ने सभी बहनों को बताया कि 4 अगस्त को फ्रैण्डशिप डे है तो इस फ्रैण्डशिप डे पे बच्चे बाजार से रबर अौर प्लाष्टिक के बैंड लाकर दोस्तो को बांधते है प्लाष्टिक और रबर के बैंड की जगह बहने स्वयं बच्चों को मौली के बैंड बनाकर दे और मौली के बैंड न बना भी सके तो सिर्फ मौली धागा बांधकर फ्रैण्डशिप डे मनाये जिससे आप के दोस्त का स्वास्थ्य के साथ-साथ सुखी व प्रसन्न भी रहेगा। सभी बहनो को ममता पाण्डेय ने मौली धागे से फ्रैण्डशिप बेल्ट और राखी बनाना सिखाया |
सभी बहनों ने वादा किया कि वे मौली के बैंड और राखिया स्वयं बनायेंगी । मौली धागे की राखी फैंसी राखी से इसलिए बेहतर होती है कि कच्चे सूत का बना होता है जो पानी से भीगने के बाद पुन: टाइट हो जाता है। और कलाइयो पे दबाव बनता है जिसके कारण हमारा वात, पित और कफ़ बैलेंस होता है जिससे आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा ।आप मौली के बैंड को महीनों तक बाँध सकते है जब मौली का रंग फीका पड़ने लगे तो मौली को उतारने के बाद इधर उधर फेकने की बजाय गमले या जमीन की मिट्टी में गाड दें और मौली का सम्मान बढ़ायें। अड्प्रयास की डायरेक्टर ममता पांडेय , मौली का प्रचार 2007 से कर रही है मौली राखीं पर्यावरण हितैषी प्रकृतिक समानों से बनाई जाती है जिसमें रूद्राक्ष, तुलसी, सामान्य मोतियां, शिप आदि का प्रयोग किया जाता है।

रवि शुक्ला
प्रधान संपादक