बिलासपुर। शिवनाथ नदी में बड़ी संख्या में मृत मछलियों के मिलने की घटना पर बड़ा खुलासा हुआ है । पिछले तीन दिनों से मीडिया में यह खबर लगातार चल रही है कि भाटिया वाइन फैक्टरी से दूषित स्प्रीट को बहाए जाने और दूषित स्प्रीट के शिवनाथ नदी में आने से मछलियां मर रही है जबकि तीन बाद यह पता लग पाया कि बड़ी संख्या में मृत मछलियां भाटिया वाइन फैक्टरी से नहीं बल्कि बलौदा बाजार जिले के भाटापारा थाना अंतर्गत ग्राम दतरेंगी के एक तालाब में यह मछलियां मरी है जिसे तालाब के ठेकेदार द्वारा ट्रैक्टर में भरकर शिवनाथ नदी में डाला जा रहा था ।
शिवनाथ नदी में बड़ी संख्या में मछलियों के मृत पाए जाने के बाद प्रारंभिक तौर पर मीडिया में यह खबर चली कि भाटिया वाइन फैक्टरी से दूषित स्प्रीट को शिवनाथ नदी में बहाया गया है तो शासन प्रशासन,पर्यावरण मंडल ,आबकारी विभाग सब सकते में आ गए और मुंगेली,बेमेतरा,बलौदाबाजार जिले के तमाम अधिकारी सक्रिय हो गए ।
पर्यावरण प्रदूषण मंडल का अ मला शिवनाथ नदी से कथित प्रदूषित पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा ।आबकारी,,पुलिस और जिला प्रशासन का अमला भी अपने अपने स्तर से जांच में जुट गए । पानी के सैंपल की जांच रिपोर्ट जब आएगी तब आएगी लेकिन इस मामले एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि बलौदा बाजार जिले के भाटापारा थाना अंतर्गत ग्राम दतरेंगी है जहां एक तालाब है और शिवनाथ नदी में पाई गई मृत मछलियां उसी तालाब की है ।
उक्त तालाब को रोशन यदु नामक व्यक्ति ने ठेके पर ले रखा है ।गांव के ही एक ग्रामीण सहदेव साहू ने बताया कि उक्त तालाब में सप्ताह भर पहले बड़ी संख्या में मछलियों मरी थी। दो दिन पहले ठेकेदार ने तालाब में पता नहीं क्या बीज डाला था कि और मछलियां मर गई और तालाब के मरी मछलियां बड़ी संख्या में दिखाई दिया ।ठेकेदार ने उसके बाद कुछ वाहन से मरी मछलियों को डलवाकर ले गया जिसे शिवनाथ नदी में ठेकेदार ने डलवाया ।बड़ी संख्या में मछलियों के मरने से तालाब का पानी काफी दूषित हो चुका है ।
अब प्रारंभिक तौर पर यह स्पष्ट होने लगा है कि शिवनाथ नदी में मिली मृत मछलियां दतरेंगी के तालाब की है जिसे तालाब ठेकेदार ने शिवनाथ नदी में लगातार डलवाया है ।भाटिया वाइन फैक्टरी के अनुपयोगी स्प्रीट के कारण मछलियों के मरने जैसी बात ही नहीं है । दतरेंगी के उक्त तालाब के निरीक्षण और वहां के ग्रामीणों , पंच,सरपंच से प्रशासन के अधिकारी बयान लें तो मामला पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा ।

रवि शुक्ला
प्रधान संपादक

