हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने इस के पीछे बिलासपुर विकास विरोधियो की साज़िश का अंदेशा बताया
बिलासपुर 7 जुलाई- हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति द्वारा एक गंभीर आरोप आज लगाया है कि बिलासपुर के विकास को नहीं चाहने वाले लोग एयरपोर्ट विकास में बाधा बन रहे है और यह सब ले पीछे समिति ने एक साजिश का अंदेशा बताया है. समिति ने अपने आरोप के पीछे तथ्य बताते हुये कहा कि एक साल पहले राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय के पास ९० करोड़ रुपये जमा कराये थे परन्तु आजतक वह सेना से एयरपोर्ट विकास के लिए २८७ एकर जमीन हासिल नहीं कर सकी है। समिति ने कहा कि आज तक जमीन का सीमांकन नहीं हुआ है और इसका कोई कारण भी नहीं बताया जा रहा.
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि बिना ज़मीन मिले ना रनवे बढ़ेगा ना ४ सी एयरपोर्ट बन पायेगा. वही नाईट लैंडिंग के काम में राज्य सरकार के अधिकारियों की बिना अप्रूवल की टेक्नोलॉजी की ज़िद्द को केंद्र सरकार मंजूरी नहीं दे रही है। फिर भी राज्य सरकार के अधिकारी मन नहीं रहे है। समिति ने कहा यह सब अनजाने में नहीं बल्कि जानसमझ कर हो रहा है जिससे एयरपोर्ट का विकास जल्दी ना हो पाए. समिति ने कहा की अगर एहि स्तिथि बानी रही तो आंदोलन तेज़ किया जाएगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा और महापौर रामशरण यादव के अलावा आगमन के क्रम से सर्व श्री सर्वश्री बद्री यादव, समीर अहमद, केशव गोरख, मनोज श्रीवास, मोहन जायसवाल, मनोहर खटवानी, रमा शंकर बघेल, प्रतीक तिवारी, मनोज तिवारी, देवेंद्र सिंह ठाकुर, अमर बजाज, रशीद बक्श, अनिल गुलहरे, राकेश शर्मा, शैलेन्द्र यादव, शेख अलफ़ाज़, दीपक कश्यप, आशुतोष शर्मा, रवि बनर्जी, चित्रकांत श्रीवास, चंद्र प्रकाश जायसवाल, राजकुमार वाजपई रामदुलारे रजक, गोपी राव, मोहसिन अली, और सुदीप श्रीवास्तव आदि शामिल हुए.

रवि शुक्ला
अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन