बिलासपुर।छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने दो अलग-अलग मामलों में दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में कोरबा जिले का एक शिक्षक एवं जांजगीर जिले का एक पटवारी शामिल है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
एसीबी बिलासपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहला मामला कोरबा जिले से जुड़ा है। यहां प्राथमिक शाला कोसलडी में पदस्थ प्रधान पाठक रामायण पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी पत्नी गरिमा चौहान, जो कि एक शिक्षिका हैं, का स्थानांतरण दूरस्थ क्षेत्र में किया जा रहा था। इस संदर्भ में माध्यमिक शाला बेलतला के शिक्षक एवं बेसिक फेडरेशन कोरबा के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार सांडे ने डीईओ व बीईओ से अपने संबंधों का हवाला देते हुए स्थानांतरण रुकवाने के एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायत की जांच उपरांत 17 जुलाई को ट्रैप कार्रवाई कर आरोपी शिक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
दूसरी कार्रवाई जांजगीर जिले में की गई, जहां पुराना चंदनिया पारा निवासी सत्येन्द्र कुमार राठौर ने शिकायत की थी कि ग्राम टुटुआर की उनकी पैतृक जमीन से उनकी बहनों द्वारा हकत्याग के बाद नाम हटाने के आवेदन पर पटवारी बालमुकुंद राठौर कार्रवाई नहीं कर रहा है और इसके बदले बीस हज़ार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी की टीम ने पटवारी को भी 17 जुलाई को ट्रैप कर रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 (संशोधित अधिनियम 2018) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई जारी है।

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