सड़क दुर्घटना के मामलों में दोषियों का लाइसेंस अनिवार्य रूप से निलंबित करने के निर्देश ,नशे के दुष्प्रभाव को लेकर गांवों में शिविर लगाकर आम जनता को करे जागरूक
बलौदाबाजार। जिले में अपराध नियंत्रण, नशे के विरुद्ध जागरूकता और सड़क सुरक्षा को लेकर एसपी भावना गुप्ता ने 13 जून को पहली अपराध समीक्षा बैठक ली। बैठक में समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों के साथ लंबित अपराध, चालान, शिकायतों, वारंट और अन्य प्रकरणों की गहन समीक्षा की गई।
एसपी भावना गुप्ता ने एक साल से अधिक समय से लंबित अपराधों और चालानों को अनिवार्य रूप से निपटाने के निर्देश दिए। दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में लगातार चालानी कार्रवाई और सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना के मामलों में दोषियों का लाइसेंस अनिवार्य रूप से निलंबित किया जाए। बैठक में नशे के दुष्प्रभाव को लेकर गांवों में शिविर लगाकर जागरूकता फैलाने की बात कही गई। अपराधों में निर्धारित 60 एवं 90 दिनों की सीमा में विवेचना पूर्ण कर आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। अपराध स्थल से ई-साक्ष्य एकत्र करना अब सभी प्रकरणों में अनिवार्य होगा। वहीं, अनाधिकृत व्यक्तियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे विशेष जांच अभियान में अधिक से अधिक फिंगरप्रिंट लेने को कहा गया है, जिसकी समयसीमा 30 जून तय की गई है। इस दौरान बेहतर कार्य के लिए कई अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसमें डीएसपी यातायात अमृत कुजूर, थाना प्रभारी सिमगा निरीक्षक रितेश मिश्रा, सुहेला के केसर पराग बंजारा, हथबंद के केसी दास, उप निरीक्षक प्रियेश जॉन समेत 12 पुलिसकर्मी शामिल हैं। वहीं, समाधान शिकायत हेल्पलाइन के माध्यम से अपराध रोकथाम में योगदान देने वाले नागरिक सोना राम और पुनेश्वर नाथ मिश्रा को भी सम्मानित किया गया। बैठक में एएसपी अभिषेक सिंह, एएसपी भाटापारा हेमसागर सिदार, एसडीओपी तारेश साहू, डीएसपी अपूर्वा क्षत्रिय, आरआई उषा ठाकुर सहित सभी थाना प्रभारियों की उपस्थिति रही।

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