बिलासपुर छत्तीसगढ़। अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (एप्सो) की छत्तीसगढ़ राज्य इकाई ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हालिया आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए, इसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई सीमित सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया है। संगठन ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा की दिशा में एक आवश्यक और साहसिक कदम बताया है।




एप्सो के राज्य सचिव अरुण कान्त शुक्ला ने बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार द्वारा सीमा पार किए बिना किए गए सर्जिकल प्रहारों में भारतीय सैन्य बलों ने गजब की पेशेवर दक्षता और सटीकता दिखाई है। ये हमले उन आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर केंद्रित थे, जो भारतीय नागरिकों के जीवन के लिए खतरा बने हुए थे। उन्होंने कहा कि आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना देश की आंतरिक शांति और नागरिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी था।




एप्सो का मानना है कि आतंकवादी शिविरों का विनाश हिंसा फैलाने वाली ताकतों के लिए एक बड़ा झटका है। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद के विरुद्ध केवल सैन्य कार्रवाई काफी नहीं है, बल्कि इसके वैचारिक और सामाजिक आधारों को भी समाप्त करना होगा। इसके लिए स्थायी और निरंतर प्रयासों की जरूरत है।

शुक्ला ने कहा कि एप्सो हमेशा से यह कहता आया है कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए जरूरी है कि क्षेत्रीय देशों के बीच संघर्ष के मूल कारणों को दूर किया जाए। उन्होंने पाकिस्तान से मांग की कि वह अपनी धरती से संचालित आतंकी संगठनों पर विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करे और क्षेत्रीय शांति प्रयासों में पूरी तरह सहयोग दे।

एप्सो ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह शांति और कूटनीति के रास्ते पर कायम रहते हुए आतंकवादी खतरों के खिलाफ पूरी दृढ़ता के साथ देश की सुरक्षा करे। संगठन ने देशवासियों से भी अपील की कि वे शांति, सद्भाव और सह-अस्तित्व के मूल्यों के साथ खड़े हों। साथ ही, सीमा के दोनों ओर मौजूद लोकतांत्रिक ताकतों और नागरिक समाज से अपील की कि वे आतंकवाद और सांप्रदायिक घृणा के विरुद्ध एकजुट होकर आवाज उठाएं।

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