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July 1, 2025 11:22 am

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अपोलो और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस बोलेगी हल्ला, न्याय मार्च के जरिए बड़े आंदोलन की तैयारी

 

अपोलो हॉस्पिटल से कलेक्टोरेट तक नयाय मार्च की तैयारी को लेकर बनी कमेटी

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बिलासपुर। अपोलो अस्पताल में फर्जी डिग्रीधारी कार्डियोलाजिस्ट डा नरेंद्र विक्रमादित्य यादव की नियुक्ति और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद की मौत के अलावा अन्य लोगों की मौत का मामला अब गरमाने लगा है। मध्य प्रदेश के दमोह में फर्जी डाक्टर के खिलाफ एफआईआर के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए कस्टडी में ले लिया है। बिलासपुर में अब राज्य सरकार सिर्फ अपोलो प्रबंधन के खिलाफ सिर्फ नोटिस-नोटिस खेल रही है। इसे लेकर अब मामला गरमाने लगा है।

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अपोलो जैसे कारपोरेट समूह ने फर्जी डाक्टर को नियुक्ति देकर जहां लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया वहीं इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से लाखों रुपये की वसूली भी कर ली है। फर्जी डाक्टर का मामला बिलासपुर के अपोलो में पहले हुआ था। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी का कहना है कि अपोलो में जब इस तरह की घटना घटी और आईएमए के तत्कालीन अध्यक्ष ने अपने स्तर पर जांच कराने के बाद जब अपोलो प्रबंधन और राज्य शासन को रिपोर्ट सौंपकर डा विक्रमादित्य की डिग्री को लेकर खुलासा कर दिया था तब कार्रवाई क्यों नहीं की गई। विजय ने कहा कि अपोलो प्रबंधन और राज्य सरकार आईएमए अध्यक्ष की रिपोर्ट के बाद हरकत में आ जाते तो हो सकता है दमोह की दुखद घटना ही नहीं होती। आठ लोगों की जान बचाई जा सकती थी। अपोलो और राज्य सरकार दोनों ने ऐसा नहीं किया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने अपोलो प्रबंधन और अपोलो समूह के आला पदाधिकारियों के अलावा तत्कालीन सीएमएचओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

0 कांग्रेस भवन में हुई अहम बैठक, लिया बड़ा निर्णय

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में कांग्रेस भवन में अहम बैठक रखी गई थी। बैठक में न्याय मार्च निकालने के निर्णय के साथ ही आन्दोलन का स्वरूप, रुटचार्ट, जनभागीदारी, समेत तमाम विषयों पर वृहद स्तर पर तैयारी के लिए 6 छः सदस्यीय कमेटी का गठन जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पाण्डेय ने किया। कमेटी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश दुबे टाटा महराज, पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष संध्या तिवारी, प्रदेश कांग्रेस सचिव सिद्धांशु मिश्रा, कांग्रेस नेता राजेन्द्र साहू (डब्बू,) , समीर अहमद बबला और ब्लाक अध्यक्ष विनोद साहू को शामिल किया गया है।

0 सवाल अब भी वही, बिना डिग्री की पड़ताल किए अपोलो ने कैसे कर दी नियुक्ति

सवाल अभी भी वही है। फर्जी डॉक्टर नरेन्द्र विक्रमादित्य की नियुक्ति अपोलो प्रबंधन ने बिना जांच पड़ताल किए कैसे कर दिया?
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल की मृत्यु फर्जी डॉक्टर द्वारा किए गए आपरेशन से हुआ जो सीधे तौर पर हत्या के अपराध की श्रेणी में आता हैं। जिम्मेदार डाक्टर के खिलाफ एफआईआर अब तक दर्ज क्यों नहीं कराई गई हैं?
फर्जी डॉक्टर की सेवा लेने के मामले में अपोलो अस्पताल प्रबंधन के उच्चाधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं?
अपोलो अस्पताल में शासन की आयुष्मान योजना को लागू क्यों नहीं कराई जा रही हैं?
पंडित राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल के अलावा और कितने लोगों का उस फर्जी डॉक्टर ने अपोलो अस्पताल में ईलाज किया है?
वर्तमान में अपोलो अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत डॉक्टरों और टेक्निकल स्टाफ की डिग्री को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा है?

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जिलाध्यक्ष द्वय ने आगे कहा कि न केवल अपोलो अस्पताल बल्कि सिम्स, जिला अस्पताल और तमाम स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बिलासपुर जिले में बेहद लचर और चिंताजनक है। लोग अस्पताल में ईलाज कराकर स्वस्थ होने की जगह मोटी रकम जमा करने और बदले में मौत खरीदने जा रहे हैं। बिलासपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को नोट छापने की फैक्ट्री बना दी गई हैं ‌।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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