बिलासपुर। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ता जा रहा है। विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यकर्ता लगातार समीक्षा बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) की अधिकृत सूची को अंतिम समय तक बदला गया, नाम हटाए गए और यहां तक कि बी-फॉर्म तक बदल दिए गए। इसे पीसीसी के निर्देश पर किया गया बताया गया, लेकिन इसका पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा।

विधायक श्रीवास्तव ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि कांग्रेस के दस पार्षद अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह अनुशासनहीनता के दायरे में नहीं आता? इस संबंध में पूरी जानकारी पीसीसी अध्यक्ष को दी गई है।

विधायक ने आगे कहा कि पीसीसी ने चुनाव के बाद कार्रवाई करने की बात कही है, लेकिन चुनाव के समय जिला अध्यक्ष को प्रचार पर ध्यान देना चाहिए था और प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत लगानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि चुनावी माहौल में कार्यकर्ताओं में चर्चा हो रही है कि चपरासी और कलेक्टर को लेकर भी आपसी बातचीत हुई थी। अगर ऐसी बातें कहीं भी गईं, तो यह सोचने की जरूरत है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।
विधायक ने स्पष्ट किया कि चुनावी परिस्थितियों को लेकर पार्टी में मंथन जरूरी है और कार्यकर्ताओं की मांग पर उचित कदम उठाए जाने चाहिए।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief