जशपुर।जशपुर जिले के पत्थलगांव थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ शासकीय अस्पताल से एक नर्स ने नवजात बच्ची को इलाज के बहाने माता-पिता से ले जाकर फर्जी कागजात पर एक दंपत्ति को सौंप दिया। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपिया नर्स सहित गोद लेने वाले दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला ऐसे हुआ उजागर
प्रार्थी सुखदेव नाग (45), निवासी कोडेकेला घरजियाबथान थाना पत्थलगांव, ने 13 सितम्बर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी दूसरी पत्नी दिलासो बाई ने 28 अगस्त को अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था। 30 अगस्त को छुट्टी के समय नर्स अनुपमा टोप्पो ने बच्ची को टीका लगाने के बहाने ले जाकर इलाज के नाम पर बाहर भेजने की बात कही।
इस दौरान नर्स ने माता-पिता से कुछ कागजातों पर दस्तखत कराए और बच्ची को निशिकांत मिंज एवं उसकी पत्नी सुमन वानी मिंज (निवासी लाटा, जिला कोरबा) को सौंप दिया। दंपत्ति ने कहा कि वे इलाज कराकर बच्ची को लौटा देंगे, लेकिन काफी समय बाद भी बच्ची वापस नहीं मिली।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए थाना पत्थलगांव पुलिस ने JJ एक्ट की धारा 80, 81 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। जांच के दौरान जब पुलिस ने दंपत्ति से कानूनी गोदनामे के दस्तावेज मांगे तो वे कोई वैध कागज प्रस्तुत नहीं कर सके।
इसके बाद नर्स अनुपमा टोप्पो तथा दंपत्ति निशिकांत मिंज और सुमन वानी मिंज को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। पुलिस ने उनके कब्जे से नवजात शिशु को भी सुरक्षित बरामद कर चाइल्ड हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रखा है।
पुलिस अधिकारियों की भूमिका
इस पूरे मामले में एसडीओपी पत्थलगांव धुर्वेश जायसवाल के नेतृत्व में थाना प्रभारी निरीक्षक विनीत कुमार पांडे उपनिरीक्षक संतोष तिवारी प्रधान आरक्षक मिथलेश यादव और आरक्षक तुलसी रात्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
एसएसपी का बयान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पत्थलगांव अस्पताल से नर्स ने माता-पिता को धोखे में रखकर नवजात बच्ची को एक दंपत्ति को दे दिया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बच्ची को बरामद कर सुरक्षित केंद्र में रखा गया है।

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