गौ तस्करी के 74 मामले दर्ज, 110 को भेजा जेल
जशपुर छत्तीसगढ़ ।जशपुर पुलिस ने ऑपरेशन शंखनाद के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड की ओर क्रूरतापूर्वक पैदल ले जाए जा रहे पांच गौवंश को मुक्त कराते हुए दो तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6 व 10 के तहत कार्रवाई की है। मामले में एक मुख्य तस्कर फरार है जिसकी पहचान हो चुकी है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।

जशपुर एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल की शाम करीब 6:30 बजे थाना लोदाम को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग पोरतेंगा जंगल के रास्ते से गौवंश को बेरहमी से मारते-पीटते हुए बरगीडांड़ (झारखंड) की ओर ले जा रहे हैं।

सूचना पर थाना प्रभारी हर्षवर्धन चैरासे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और गिरला नाला के पास कृष्णा राम (35 वर्ष) और सिकंदर राम (28 वर्ष), दोनों निवासी झोलंगा, थाना लोदाम को पकड़ लिया
पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे झारखंड के एक व्यक्ति के कहने पर गौवंश को पैदल हांककर ले जा रहे थे।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पांच गौवंश को बरामद कर मुक्त कराया। इस कार्रवाई में निरीक्षक हर्षवर्धन चैरासे, स.उ.नि. मनोज कुमार भगत, प्र.आर. रिझन राम भगत, आर. सुभाष साय पैंकरा समेत अन्य स्टाफ की अहम भूमिका रही।
सालभर में गौ तस्करी के 74 मामले दर्ज, 110 को भेजा जेल

एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 व 2025 में अब तक कुल 74 मामलों में 864 गौवंश को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है तथा 110 तस्करों को जेल भेजा गया है। इस दौरान तस्करी में प्रयुक्त 43 वाहनों को जब्त किया गया है, जिनमें से 16 वाहन राजसात हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि गौ-तस्करी की सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्परता से काम कर रही है। आमजन से अपील करते हुए एसएसपी सिंह ने कहा है कि अपने आस-पास यदि गौ-तस्करी की कोई जानकारी मिले तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन