छत्तीसगढ़ रायपुर। छत्तीसगढ़ी सिनेमा में एक नया नाम तेजी से उभर कर सामने आ रहा है – के दीपक रजक, जो ड्रीम रैन फिल्म्स के संस्थापक होने के साथ ही बहुप्रतीक्षित पारिवारिक फिल्म “सुहाग – वचन में बंधे मया के कहानी” के प्रस्तुतकर्ता भी हैं। शिक्षा, खेल और कला के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले रजक अब छत्तीसगढ़ी फिल्मों के माध्यम से अपनी रचनात्मक सोच और सामाजिक सरोकारों को जनमानस तक पहुँचाने की दिशा में अग्रसर हैं।

के दीपक रजक का करियर विविधताओं से भरा रहा है। वे स्पोर्ट्स टीचर, प्रशिक्षित स्विमिंग कोच और डांस कोरियोग्राफर के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। उन्होंने प्रदेश की कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में काम करते हुए हजारों छात्रों को अनुशासन, समर्पण और आत्मविश्वास का पाठ पढ़ाया है। शिक्षा जगत में उनकी सेवाएं हमेशा प्रेरणा का स्रोत रही हैं।

अब वे सिनेमा के माध्यम से समाज को कुछ विशेष देने का सपना लेकर आगे बढ़ रहे हैं। “ड्रीम रैन फिल्म्स” की स्थापना उनके इसी सपने को साकार करने का एक प्रयास है – एक ऐसा मंच जहाँ छत्तीसगढ़ की संस्कृति, माटी, बोली और भावनाओं को ईमानदारी और गरिमा के साथ प्रस्तुत किया जाए। उनकी पहली प्रस्तुति “सुहाग – वचन में बंधे मया के कहानी” एक पारिवारिक, प्रेम और संबंधों की संवेदनशील कहानी है, जो हर उम्र के दर्शकों को जोड़ने का सामर्थ्य रखती है।

के दीपक रजक का मानना है कि, “एक अच्छी फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं करती, वह समाज को जोड़ती है, सोच को बदलती है और संस्कृति को सहेजती है।” यही सोच उन्हें बाकी फिल्मकारों से अलग बनाती है।
18 अप्रैल को होगी फ़िल्म रिलीज़
ड्रीम रैन फिल्म्स के बैनर तले आने वाली यह फिल्म 18 अप्रैल 2025 को रिलीज हो रही है और दर्शकों को इससे बहुत उम्मीदें हैं।

छत्तीसगढ़ी सिनेमा के भविष्य के लिए यह एक सकारात्मक और ऊर्जावान कदम माना जा रहा है । के दीपक रजक की यह पहल न केवल एक नई सोच को जन्म देती है, बल्कि छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को भी एक नई दिशा देने का कार्य कर रही है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief