बिलासपुर। सीपत क्षेत्र में पूर्व जनपद सदस्य और उसकी पत्नी ने गांव में विकास कार्य कराने के नाम पर ग्रामीणों से दस्तावेज लेकर उनके नाम पर 51 लाख रुपये का लोन ले लिया। इस रकम से दोनों ने कार, बाइक, जेवर और अन्य सामान खरीद लिए। जब गांव वालों को लोन का पता चला और उन्होंने किश्त जमा करने की बात कही, तो आरोपितों ने इंकार कर दिया। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पूर्व जनपद सदस्य और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।





सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम पोड़ी निवासी गायत्री सूर्यवंशी ने पुलिस को बताया कि गांव में सीसी रोड, नाली और तालाब नहीं था। ग्रामीणों ने विकास कार्य की मांग तत्कालीन जनपद सदस्य प्रमिल मानिकपुरी से की थी। इस पर प्रमिल और उसकी पत्नी रंजना ने बताया कि सरकार के फंड में अभी रुपये नहीं हैं। उन्होंने गांव वालों को विकास कार्य कराने का झांसा देकर उनके दस्तावेज ले लिए। इसके बाद दंपति ने ग्रामीणों के नाम पर करीब 51 लाख रुपये का लोन लिया।
ग्रामीणों को विश्वास में लेने के लिए दंपति ने कहा कि शासन से फंड आते ही लोन की राशि जमा कर दी जाएगी। लेकिन, लोन की रकम का उपयोग गांव के विकास में करने की बजाय उन्होंने अपने लिए कार, बुलेट बाइक, टीवी और अन्य सामान खरीद लिया।
जब ग्रामीणों को उनके नाम पर लोन होने की जानकारी मिली, तो वे किश्त चुकाने को मजबूर हो गए। लोन की किश्त भरने को कहने पर पूर्व जनपद सदस्य और उसकी पत्नी ने इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी से पूरे मामले की शिकायत की।
अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से कार, बुलेट बाइक, टीवी और जेवर समेत अन्य सामान जब्त कर लिया है। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया।




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