भाषण एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में आदिवासी प्रतिभागियों ने किया शानदार प्रदर्शन
गौतमबुद्धनगर, 07 मार्च 2025: नेहरू युवा केंद्र गौतमबुद्धनगर द्वारा गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से 16वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के आदिवासी युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ना, राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रेरित करना और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहित करना रहा।

इस आयोजन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के नक्सल प्रभावित जिलों – बस्तर, बीजापुर, कांकेर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़, सुकमा और कालाहांडी से आए 220 आदिवासी युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने युवाओं को राष्ट्रीय एकता, पंच प्रण, विकसित भारत, नक्सलवाद से मुक्ति और शिक्षा के महत्व पर जानकारी दी।
आदिवासी युवाओं ने साझा किए अनुभव
कार्यक्रम में बस्तर की प्रतिभागी फूलमणि कश्यप ने अपने विचार साझा करते हुए कहा,
“यह कार्यक्रम हमारे लिए बेहद प्रेरणादायक रहा। हमने एक नए भारत को करीब से देखने और समझने का अवसर पाया है। हमें शिक्षा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाकर देश के विकास में योगदान देना चाहिए।”
भाषण एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में दिखी समृद्ध संस्कृति

शाम को सेंट हुड कॉन्वेंट स्कूल, दादरी में भाषण प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में युवाओं ने आत्मविश्वास और प्रभावशाली संवाद कौशल का परिचय दिया। वहीं, सांस्कृतिक प्रतियोगिता में आदिवासी प्रतिभागियों ने लोकगीतों, पारंपरिक नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी समृद्ध विरासत का प्रदर्शन किया।
गणमान्य अतिथियों ने युवाओं को किया प्रेरित

इस अवसर पर जिला युवा अधिकारी स्निग्धा सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। स्वामी विवेकानंद यूथ अवॉर्डी अमन कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता एच के शर्मा, सभासद ज्ञान सिंह रावल, परमानंद कौशिक, संदीप शर्मा (प्रबंधक, सेंट हुड कॉन्वेंट स्कूल) और प्रधानाचार्या आशा शर्मा ने युवाओं को शिक्षा, नेतृत्व और राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित किया।
प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहरू युवा केंद्र के एसीटी फरमूद अख्तर और स्वयंसेवकों तालिब, प्रकाश तिवारी, लक्ष्मी, रुकसार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित हुए आदिवासी युवा

यह कार्यक्रम आदिवासी युवाओं को शिक्षा, एकता और विकास के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ-साथ हिंसा और नक्सलवाद से दूर रहने की प्रेरणा देने में सफल रहा। इस ऐतिहासिक पहल ने युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव की नींव रखी।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief