MLA रिकेश सेन के ड्रीम प्रोजेक्ट को CM समेत मंत्रियों का समर्थन, बिल्डर अजय चौहान ने उठाया जिम्मा
भिलाई नगर।भिलाई नगर निगम की महापौर परिषद (MIC) ने मंगलवार को रामनगर मुक्तिधाम के वेल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य मार्च से प्रारंभ होगा। खास बात यह है कि लगभग 10 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट में किसी भी सरकारी फंड का उपयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसे निजी सहयोग से पूरा किया जाएगा।

वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की पहल पर भिलाई के बिल्डर अजय चौहान ने इस कार्य की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने घोषणा की कि वे अपने माता-पिता की स्मृति में इस मुक्तिधाम को एक विशेष आध्यात्मिक स्वरूप देंगे और इसके रखरखाव की भी जिम्मेदारी उठाएंगे।
मुख्यमंत्री व मंत्रियों ने सराहा विधायक का प्रयास
विधायक रिकेश सेन द्वारा प्रस्तुत इस योजना की प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सराहना की। उन्होंने इसे क्षेत्र के विकास और जनहित में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
ऐसा होगा नया रामनगर मुक्तिधाम

इस परियोजना के तहत रामनगर मुक्तिधाम को एक अत्याधुनिक एवं पर्यावरण अनुकूल स्वरूप दिया जाएगा। इसमें—
वातानुकूलित प्रार्थना हॉल और शोक सभा कक्षएलईडी स्क्रीन के माध्यम से अंतिम संस्कार की लाइव व्यवस्था
भव्य प्रवेश एवं निकास द्वार
टाइल्स और मार्बल से निर्मित श्रद्धांजलि सभा कक्ष
हरित परिसर, गार्डन, फव्वारे और भगवान की प्रतिमाएं
साउंड सिस्टम से लैस आधुनिक सुविधाएं
भविष्य में बनेगा विशेष पहचान का केंद्र

विधायक रिकेश सेन ने बताया कि यह मुक्तिधाम न केवल भिलाई बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश में अपनी विशेष पहचान बनाएगा। यहां आने वाले लोगों को एक स्वच्छ, व्यवस्थित और आध्यात्मिक वातावरण मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भिलाई, वैशाली नगर, अहिवारा, दुर्ग ग्रामीण और दुर्ग शहर विधानसभा के हजारों लोग अंतिम संस्कार के लिए रामनगर मुक्तिधाम पर निर्भर हैं। राज्य और नगर निगम द्वारा लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद कई समस्याएं बनी हुई थीं। लेकिन अब निजी सहयोग से इस स्थान को देश के सबसे उन्नत मुक्तिधामों में शामिल करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
विधायक ने जनसहयोग और निजी उद्यमों की भागीदारी को सराहनीय बताते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयास शहर को और अधिक सुंदर, विकसित और जनसुविधाओं से युक्त बनाएंगे।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief