नारायणपुर। नारायणपुर में आत्मसमर्पण नीति “ माड़ बचाओ अभियान’’ से प्रभावित होकर 03 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण किया है।
बीते दो दिन पहले ग्राम कुतुल में जन सुविधा एवं सुरक्षा कैंप खोला गया है। रविवार को कुतुल एरिया कमेटी के माओवादियों ने इससे प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया है। वर्ष 2024 से अब तक 79 से अधिक बड़े/छोटे कैडर के माओवादियों ने सरेंडर किया है। इसके पीछे नारायणपुर क्षेत्र में चलाए जा रहे विकास कार्य को एक बड़ा कारण माना जा रहा है। यह भी जानकारी मिल रही है कि आत्म समर्पण के पीछे आंतरिक मतभेद और संगठन से हो रहे मोह भंग को बड़ा कारण माना जा रहा है।
राज्य शासन की योजना के अनुसार सरेंडर करने वाले नक्सलियों को बतौर प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदान किया जाता है। आज भी इस योजना का लाभ आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों को दिया गया है। नकद राशि के अलावा शासन की सभी सुविधाओं का लाभ भी इनको दिया जाएगा।
लगातार चला रहे अभियान

आईपीएस सुन्दरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर,आईपीएस अमित तुकाराम काम्बले पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन, आईपीएस प्रभात कुमार पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, नरेन्द्र सिंह सेनानी 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, दुष्यंत राज जयसवाल सेनानी 29वीं वाहिनी आईईटीबी, राजीव गुप्ता 45वीं वाहिनी आईटीबीपी, अमित भाटी 53वीं वाहिनी आईईटीपी एवं आईपीएस रोबिनसन गुड़िया सुशील कुमार नायक अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के मार्गदर्शन में नारायणपुर पुलिस द्वारा आईटीबीपी, बीएसएफ, एसटीएफ संयुक्त बल साथ माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जा रहे हैं।
इन नक्सलियों ने किया आत्म समर्पण

रैनू उसेण्डी पिता कोहला उसेण्डी उम्र 48 वर्ष निवासी फरसबेड़ा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार अध्यक्ष ।
. मैनू वड़दा पिता अगनू वड़दा उम्र 45 वर्ष, निवासी कोड़कामरका थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार सदस्य। . सन्नू उसेण्डी पिता मुरा उसेण्डी उम्र 35 वर्ष निवासी फरसबेड़ा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार सदस्य।
शासन की योजनाएं कर रही प्रभावित
नारायणपुर एसपी आईपीएस प्रभात कुमार का कहना है कि शासन की पुनर्वास नीति के फायदे घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होंने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” उन्हें अब एक नई आस दी है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief