नया बजट मोदी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो भारत को निरंतर आर्थिक विकास, नवाचार और सामाजिक समावेशिता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है। वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और आर्थिक अस्थिरता के बीच, यह बजट एक दूरदर्शी और साहसिक खाका पेश करता है, जो तात्कालिक चुनौतियों और दीर्घकालिक आकांक्षाओं दोनों को पूरा करता है।
यह बजट केवल आर्थिक विकास को गति देने का साधन नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विकास के लाभ देश के प्रत्येक कोने तक पहुँचें। विशेष रूप से मध्यम वर्ग, किसानों, युवाओं और उद्यमियों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह सिर्फ एक वित्तीय दस्तावेज नहीं है, बल्कि भारत की आर्थिक रूपरेखा को बदलने, लोगों को सशक्त बनाने और वैश्विक स्तर पर देश की स्थिति मजबूत करने का रोडमैप है।
कृषि और ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना
बजट के केंद्र में कृषि और किसानों के कल्याण के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है। कृषि क्षेत्र, जो भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, को इस बजट में विशेष प्राथमिकता दी गई है।

राष्ट्रीय उच्च उत्पादकता बीज मिशन और प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना जैसी पहलों के माध्यम से 100 कृषि जिलों में आधुनिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे लगभग 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, पांच वर्षीय कपास उत्पादकता मिशन और आत्मनिर्भरता के लिए दलहन मिशन (विशेष रूप से तुअर, उड़द और मसूर पर ध्यान केंद्रित करते हुए) भारतीय कृषि को आत्मनिर्भर, सतत और लाभकारी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के तहत ₹5 लाख तक के अल्पकालिक ऋण की सुविधा प्रदान कर 7.7 करोड़ किसानों और कृषि श्रमिकों को सशक्त किया जाएगा। पारंपरिक कृषि विकास योजना (PKVY) के तहत जैविक खेती को बढ़ावा देना और कृषि के डिजिटलीकरण की दिशा में उठाए गए कदम, वैश्विक स्तर पर टिकाऊ कृषि की ओर बढ़ने की रणनीति के अनुरूप हैं।
संघ बजट 2025 केवल एक वित्तीय दस्तावेज नहीं है; यह “नए भारत” की परिकल्पना का घोषणापत्र है। यह समावेशी, सतत और भविष्य के लिए तैयार भारत की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराता है।किसानों, उद्यमियों, छात्रों और शहरी नागरिकों की आवश्यकताओं को संतुलित करते हुए, यह बजट भारत के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव रखता है। बजट 2025 एक मजबूत, आत्मनिर्भर और वैश्विक भारत की दिशा में नए युग की शुरुआत है।
(लेखक भारत सरकार में आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री हैं।)

Author: Ravi Shukla
Editor in chief