बिलासपुर। त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थानों में आरक्षण की प्रक्रिया 8 जनवरी को पूरी होगी। इस संबंध में कलेक्टर अवनीश शरण ने आदेश जारी कर दिया है। आरक्षण की प्रक्रिया मंथन सभाकक्ष व जनपद पंयायतों के सभाकक्षों में की जाएगी। जिला व जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वाले दावेदारों के साथ ही संभावनाएं टटालेने वालों की धड़कनें बढ़ी हुई है। जाहिर सी बात है,आरक्षण के बाद क्षेत्रों के समीकरण में तेजी के साथ बदलाव होगा। इसी अंदाज में दावेदारों की राजनीतिक संभावनाएं बनती और बिगड़ती भी दिखाई देंगी।

आरक्षण की प्रक्रिया और बनते बिगड़ते समीकरण के बीच जिला व जनपद पंचायत की राजनीति में नए चेहरे भी उभरकर सामने आते नजर आएंगे। जाहिर सी बात है कि आरक्षण की प्रक्रिया अधिकांश के लिए नई राजनीतिक संभावनाएं लेकर आएंगी तो दिग्गजों के लिए क्षेत्र बदलने या फिर राजनीतिक रूप से दूसरे क्षेत्रों में संभावनाएं टटाेलने को विवश भी करेगा। बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर संभावना टटाेल रहे दावेदारों की धड़कनें बढ़ने लगीग है। आठ जनवरी को सुबह साढ़े 10 बजे से जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच एवं पंच पदों के लिए नियमानुसार आरक्षण किया जायेगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने आरक्षण की कार्यवाही संपन्न कराने के लिए अधिकारियों की नियुक्ति करते हुए इसके लिए आम सूचना जारी कर दी है।
0 इन अफसरों को मिली जिम्मेदारी
जिला स्तर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्यों के आरक्षण की कार्यवाही संपन्न कराने के लिए अपर कलेक्टर शिवकुमार बनर्जी को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बिलासपुर पीयूष तिवारी, उप संचालक पंचायत शिवानी सिंह एवं जिला अंकेक्षक एके धिरही उन्हें सहयोग करेंगे। इसी प्रकार सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी अपने अनुविभाग में आरक्षण की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए प्रभारी अधिकारी बनाये गये है। संबंधित तहसीलदार एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उन्हें इस कार्य में सहयोग करेंगे। जनपद पंचायत कार्यालय, बिल्हा, मस्तुरी, कोटा एवं तखतपुर में 8 जनवरी को सुबह 10.30 बजे से आरक्षण की प्रक्रिया शुरू होगी। जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच एवं वार्ड पंचों के पदों का नियमानुसार आरक्षण किया जायेगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं इन सभी वर्गों में महिलाओं के लिए पद आरक्षित किए जाएंगे।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief