“कोरबा-अंबिकापुर नई रेल लाइन छत्तीसगढ़ राज्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों तथा गढ़चिरौली-बचेली (व्हाया-बीजापुर) नई रेल लाइन महाराष्ट्र एवं छतीसगढ़ के साथ आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व ओडिशा राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ बेहतर रेल कनेक्टिविटी स्थापित करेगी”*
बिलासपुर ।कोरबा से अंबिकापुर और गढ़चिरौली से बचेली (व्हाया-बीजापुर) नई रेल लाइन के लिए फाइनल सर्वे को रेल मंत्रालय से मंजूरी दी गई है, जिसके तहत कोरबा से अम्बिकापुर (180 कि.मी.) एवं गढ़चिरोली से बचेली (व्हाया-बीजापुर) (490 कि.मी.) नई रेल लाइन निर्माण के लिए फाइनल सर्वे व डीपीआर तैयार करने हेतु रेल मंत्रालय द्वारा 16.75 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है ।
कोरबा से अंबिकापुर नई रेल लाइन छत्तीसगढ़ राज्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोड़ने तथा गढ़चिरौली से बचेली (व्हाया-बीजापुर) नई रेल लाइन महाराष्ट्र एवं छतीसगढ़ के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, तेलंगाना एवं ओडिशा राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ भी बेहतर रेल कनेक्टिविटी स्थापित करने के उद्देश्य से बनाई जा रही हैं ।
कोरबा से अंबिकापुर रेल लाइन को मंजूरी मिलने से छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में स्थित दो प्रमुख शहरों ऊर्जा नगरी कोरबा एवं सरगुजा जिला का मुख्यालय अम्बिकापुर शहर के साथ ही साथ इसके आसपास के क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी बनाएगी, जिससे यात्री यातायात व माल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा । गढ़चिरौली से बचेली (व्हाया-बीजापुर) नई रेल लाइन महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ राज्य के सूदूर क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोड़ेगी, जिससे इन क्षेत्रों की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास को प्रोत्साहन के साथ-साथ इस क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर भी उपलब्ध होंगे ।
इन दोनों परियोजनाओं के फाइनल सर्वे की मंजूरी का मतलब है कि अब इन क्षेत्रों में सर्वेक्षण का काम जल्द ही शुरू होगा, जिसके आधार पर आगे की योजनाएं बनाई जाएंगी । यह कदम क्षेत्रीय विकास और समग्र आर्थिक प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकेगा । अंबिकापुर और गढ़चिरौली से बचेली (व्हाया-बीजापुर) नई रेल लाइन के लिए फाइनल सर्वे की मंजूरी पर रेलमंत्री श्री अश्वनी वैष्णव जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है। छत्तीसगढ़ में इस समय 37,018 करोड़ रुपये की लागत से 2,731 किलोमीटर की 25 नई रेल लाइन परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। जब रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा हो और उसी समय नई पटरी का निर्माण, नए स्टेशन का निर्माण, रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास एवं यार्ड रिमॉडलिंग जैसे रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबंधित विभिन्न कार्य किए जाते हैं, तो ट्रेनों के सुगम परिचालन में कई तरह की परेशानियां सामने आती हैं। इसी के चलते कई बार ट्रेनों को रद्द भी करना पड़ता है। लेकिन हम संकल्पित हैं कि छत्तीसगढ़ में जल्द से जल्द विश्वस्तरीय रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्मित करेंगे और राज्य के लोगों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराएंगे एवं अधिक से अधिक ट्रेनें चलाएंगे। रेलमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी एवं राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव जी और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जी से मुलाकात हुई थी। इस दौरान उन्होंने राज्य में रेलवे से संबंधित कई परियोजनाओं की मांग की थी। इन्हीं में से आज 670 किलोमीटर की दो नई रेल लाइन परियोजनाओं की डीपीआर (16.75 करोड़ रुपये) को स्वीकृत दी गई है। इनमें 180 किलोमीटर लंबी कोरबा एवं अंबिकापुर नई रेल लाइन परियोजना की डीपीआर (4.5 करोड़ रुपये) एवं 490 किलोमीटर लंबी गढ़चिरौली-बचेली वाया बीजापुर नई रेल लाइन परियोजना की डीपीआर (12.25 करोड़ रुपये) शामिल है।भारतीय रेल छत्तीसगढ़ राज्य में रेल नेटवर्क का जाल बिछाने के लिए कृत संकल्पित है। इस वर्ष केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में रेल विकास के लिए 6,922 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। जो कि वर्ष 2009 से 2014 के दौरान छत्तीसगढ़ को प्रति वर्ष आवंटित किए जाने वाले औसतन 311 करोड रुपये के बजट से लगभग 22 गुना अधिक है।