बेलतरा क्षेत्र के ग्रामीणों की शिकायत पर विजय केशरवानी ने उठाई आवाज
आरटीओ से की टेलीफोनिक चर्चा, ज्ञापन भेजकर शीघ्र निराकरण की मांग
छत्तीसगढ़ ,बिलासपुर जिले के बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के अनेक गांवों में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) द्वारा सीसी कैमरे के आधार पर भेजे जा रहे ई-चालानों को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) अध्यक्ष एवं बेलतरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी विजय केशरवानी ने सोमवार को बिलासपुर आरटीओ से टेलीफोन पर चर्चा की। उन्होंने इस संबंध में अपना मांग पत्र जिला कलेक्टर और आरटीओ कार्यालय को व्हाट्सऐप के माध्यम से भी भेजा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सीपत, जांजी, बैमा, नगोई, मोहरा, बिरकोना, सेलर, भाड़ी, परसाही, उरतुम और रानीगांव सहित आसपास के गांवों के वाहन मालिकों को फिटनेस, प्रदूषण प्रमाणपत्र, लाइसेंस, बीमा और कागजातों की कमी बताकर बड़ी संख्या में ई-चालान भेजे जा रहे हैं। कई मामलों में वाहन मालिकों के पास सभी दस्तावेज मौजूद होने के बावजूद चालान जारी किए गए हैं। कुछ ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि गांव में खड़ी गाड़ियों तक के चालान आ रहे हैं, जिससे लोगों में भय और असंतोष बढ़ता जा रहा है।
केशरवानी ने कहा कि बेलतरा क्षेत्र की सड़कें जर्जर और खस्ताहाल हैं। धूल-मिट्टी के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है और ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आरटीओ द्वारा पर्यावरण और फिटनेस प्रमाणपत्र के नाम पर बार-बार चालान भेजना न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब विभाग रोड टैक्स वसूलता है, तो बेहतर सड़कें उपलब्ध कराना भी उसकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने यह भी आपत्ति जताई कि आरटीओ अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को गाड़ियों के नंबर ढककर रखने की सलाह दी जा रही है, जो नियमों के विपरीत है। केशरवानी ने स्पष्ट कहा कि यदि सीसी कैमरा आधारित ई-चालान की प्रक्रिया नहीं रोकी गई तो ग्रामीण सड़क पर उतरकर विरोध करने को विवश होंगे।
टेलीफोनिक बातचीत के दौरान बिलासपुर आरटीओ ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की शिकायतों और केशरवानी की मांगों को मुख्यालय भेजकर शीघ्र समाधान किया जाएगा।
केशरवानी ने कहा कि निर्दोष वाहन मालिकों को परेशान न किया जाए और जिन वाहनों में वास्तविक कमी हो उन्हीं की भौतिक जांच के बाद पेनाल्टी लगाई जाए।
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