भिलाई, 11 मार्च – प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर/ग्रामीण) ने आज नेहरू चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का पुतला दहन किया। यह प्रदर्शन पूर्व मुख्यमंत्री एवं एआईसीसी महासचिव भूपेश बघेल के निवास सहित 14 अन्य ठिकानों पर हुई ईडी की छापेमारी के विरोध में किया गया।
दोपहर में कांग्रेस भवन में कांग्रेसजन एकत्रित हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए नेहरू चौक पहुंचे। “ईडी मुर्दाबाद”, “तानाशाही नहीं चलेगी”, “प्रजातंत्र बचाना है – भाजपा को भगाना है” जैसे गगनभेदी नारों के साथ कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया। पुलिस ने पुतला जब्त करने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चतुराई से पुलिस को छकाते हुए डबल पुतला दहन किया।
भाजपा पर लोकतंत्र विरोधी होने का आरोप

शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक मर्यादाओं को लांघ रही है और विपक्ष के नेताओं पर एजेंसियों का दुरुपयोग कर दमन कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि केंद्रीय एजेंसियां इतनी सक्रिय थीं तो नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चोकसी देश छोड़कर कैसे भाग गए?

ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने ईडी की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा, “भूपेश बघेल के घर किस मामले में छापेमारी हुई? क्या यह पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के परिवार के भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने की साजिश है?” उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए इस तरह की कार्यवाही कर रही है, जबकि प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।
“अघोषित आपातकाल” का आरोप

कांग्रेस नेताओं ने इसे “अघोषित आपातकाल” करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार निष्पक्ष पत्रकारों और विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की देशभक्ति केवल 15 अगस्त 1947 के बाद की है, इससे पहले वे अंग्रेजों के समर्थक थे। कांग्रेस नेताओं ने आह्वान किया कि देश को फिर से लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़नी होगी।
कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति

इस प्रदर्शन में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह, पूर्व महापौर रामशरण यादव, प्रदेश संयुक्त महामंत्री देवेंद्र सिंह, पंकज सिंह, राजेंद्र शुक्ला, प्रमोद नायक, राजेंद्र साहू, शेख नजीरुद्दीन, नरेंद्र बोलर, राकेश शर्मा, ऋषि पांडेय सहित कई कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief