बिलासपुर। सरकंडा क्षेत्र के मोपका में शनिवार को प्रार्थना सभा के दौरान हंगामा हुआ। हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने धर्मांतरण का आरोप लगाकर सभा स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को शांत कराया और प्रार्थना सभा आयोजित करने वाली दो महिलाओं के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।

सरकंडा सीएसपी सिद्धार्थ बघेल के अनुसार, मोपका के एक मकान में प्रार्थना सभा चल रही थी। संगठन के लोगों ने वहां धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए बवाल किया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। हंगामे के बाद प्रार्थना सभा आयोजक पूनम शर्मा और अमृता गैहर को मोपका चौकी ले जाया गया। पुलिस ने उनसे सभा आयोजित करने की अनुमति के दस्तावेज मांगे। अनुमति नहीं होने पर पुलिस ने दोनों महिलाओं पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
हिंदू संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि प्रार्थना सभा की आड़ में गरीब और बीमार लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा है। उनका दावा है कि मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान लोगों को प्रार्थना सभा में बुलाया जाता है और समस्याओं से छुटकारा दिलाने का झांसा देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है।
संगठन के लोगों ने ऐसे कथित धर्मांतरण गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की गतिविधियां समाज में वैमनस्यता फैलाती हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले में गहन जांच करने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। पुलिस ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रार्थना सभा आयोजित करने वालों से आगे पूछताछ की जा रही है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief