बिलासपुर । वैसे तो एक अक्टूबर को अंतराष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस पर हर साल शासकीय स्तर पर समारोह आयोजित कर वरिष्ठ जनों का शाल श्री फल भेंट कर सम्मान किया जाता है लेकिन बहुतों को यह ज्ञात नही होगा कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 15 साल पहले एक अक्टूबर 2009 को छत्तीसगढ़ के भाषाविद और वरिष्ठ साहित्यकार डा पालेश्वर प्रसाद शर्मा को रचनात्मक कला के लिए वयोश्रेष्ठ सम्मान दिल्ली मे आयोजित समारोह मे देते हुए सम्मानित किया गया था । यह पल् इसलिए भी बेहद सुखद और अविस्मरणीय था क्योकि डा पालेश्वर प्रसाद शर्मा छत्तीसगढ़ के एक मात्र ऐसे वरिष्ठ थे जिन्हे सम्मान देने ससम्मान दिल्ली बुलाया गया था ।इसके पहले छत्तीसगढ़ के किसी भी वरिष्ठ का सम्मान केंद्र सरकार के द्वारा नही किया गया था । डा पालेश्वर प्रसाद शर्मा का सम्मान विलासपुर और छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय था ।