बिलासपुर । भाजपा विधायक धरम लाल कौशिक और पार्टी के महामंत्री,प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि 58 साल कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति पर सरकार चलाई और अभी भी वह तुष्टिकरण की राजनीति कर रहीहै। जिसका प्रमाण कांग्रेस का घोषणा पत्र है।राहुल गांधी यह बताए कि इंदिरा गांधी और राहुल गांधी के कार्यकाल में जातिगत जनगणना की बात क्यों नहीं हुई और अब जातिगत जनगणना पूरे देशमें करने की बात कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी कर्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा नेताओ ने कहां कि कांग्रेस अब देश में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है इसलिए अपने घोषणा पत्रमें एक वर्ग विशेष को तमाम सुविधा देने की बात कर रही है। कांग्रेस के कई हिडन एजेंडा भी है। कांग्रेस मोदी सरकार पर संविधानको तोड़ने का बे बुनियाद आरोप लगा रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी संविधानको स्थापित करने वाली पार्टी है ना कि समाप्त करने वाली पार्टी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा से वोट बैंक की राजनीति करते आई है और इस बार भी वह यही कर रही है जिसको वह अपने घोषणा पत्र में के रूप में सामने लाई है ।कांग्रेस झूठ, षड्यंत्र और दादागिरी के माध्यम से सरकार बनाने का सपना देख रही है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस घोषणा पत्र से आदिवासी ,ओबीसी विरोधी चेहरा उजागर हो गया है । कांग्रेस के घोषणा पत्र से अन्य सभी वर्गों में नाराजगी देखी जा रही है ।कांग्रेस का घोषणा पत्र अल्पसंख्यक वर्ग तक ही सीमित हो गया है जबकि मोदी सरकार के10 साल के कार्यकाल में सभीवर्गों को महत्व दिया गया। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए अलग से मंत्रालय बनाया था वर्ष 2014 के पहले जिसके बजट में 28000 करोड रुपए का प्रावधान था जिसे मोदी सरकार ने 128000 करोड रुपए कर दियाथा। कांग्रेस को संविधान पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि संविधान के खिलाफ जाकर इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई थी जबकि उसे कोर्ट के आदेश अनुसार प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था। भाजपा नेताओ ने कहा कि संविधान और आरक्षण में भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार कभी कोई छेड़छाड़ नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध है।