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December 3, 2025 10:48 pm

अमेरा ओपनकास्ट खदान में पथराव, एएसपी सहित कई अधिकारी घायल; प्रशासन ने स्थिति काबू में करते हुए खनन पुनः शुरू कराया

छत्तीसगढ़ ,सरगुजा, 03 दिसंबर 2025।छत्तीसगढ़ के सरगुजा स्थित एसईसीएल की अमेरा ओपनकास्ट खदान में बुधवार को उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बातचीत के लिए पहुँचे प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस दल पर अचानक पथराव कर दिया। घटना में एएसपी सहित कई अधिकारी घायल हुए। अतिरिक्त बल की मदद से स्थिति को नियंत्रित किए जाने के बाद शाम 5 बजे से खनन कार्य आंशिक रूप से पुनः शुरू हो सका।

अमेरा ओपनकास्ट परियोजना की क्षमता 1.0 MTPA है और यह बिश्रामपुर क्षेत्र में स्थित है। परियोजना के लिए परसोडीकला अमेरा, पूहपुटरा और कटकोना गाँवों की कुल 664.184 हेक्टेयर भूमि वर्ष 2001 में अधिग्रहीत की गई थी। भूमि के एक हिस्से का कब्जा मिलने के बाद वर्ष 2011 में खनन कार्य प्रारम्भ हुआ, परंतु वर्ष 2019 में कुछ ग्रामीणों के बढ़ते विरोध के चलते संचालन रोकना पड़ा। एसईसीएल के अनुसार विरोध को कुछ असामाजिक और अवैध गतिविधियों में संलिप्त तत्वों द्वारा उकसाया गया था जिनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज हैं।

राज्य प्रशासन के पुनः हस्तक्षेप, अतिरिक्त भूमि कब्जा प्राप्त होने और प्रभावित परिवारों को निर्धारित मुआवज़ा एवं R&R लाभ प्रदान किए जाने के बाद वर्ष 2024 में संचालन बहाल किया गया। अब तक परसोडीकला के प्रभावित परिवारों को लगभग 10 करोड़ का मुआवज़ा वितरित किया जा चुका है तथा ज़िला R&R समिति के निर्णयानुसार रोजगार भी दिया जा रहा है।

इधर जैसे-जैसे खनन कार्य परसोडीकला की ओर बढ़ा कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ग्रामीणों को पुनः उकसाए जाने की बात सामने आई। ग्रामीणों ने कोल बेयरिंग अधिनियम, 1957 के अंतर्गत अधिग्रहीत भूमि खाली करने से इनकार करते हुए 8 नवंबर 2025 से संचालन को बाधित कर रखा है। एसईसीएल ने इस संबंध में जिला एवं राज्य प्रशासन से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।

बुधवार सुबह करीब 10 बजे एएसपी , एसडीएम तहसीलदार तथा खदान अधिकारियों की टीम ने विरोध कर रहे ग्रामीणों से बातचीत का प्रयास किया। परंतु ग्रामीणों ने न केवल प्रशासनिक अपील ठुकरा दी, बल्कि पथराव भी शुरू कर दिया, जिसमें एएसपी समेत कई अधिकारी घायल हुए। करीब 1 बजे मौके पर पहुँचे अपर कलेक्टर पर भी भीड़ ने हमला किया, जिससे वे भी घायल हुए।

स्थिति बिगड़ती देख अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और उपद्रव कर रही भीड़ को तितर-बितर किया गया। सुरक्षा प्रबंध बहाल होने के बाद खनन उपकरण दोबारा तैनात किए गए और शाम 5 बजे से कार्य आंशिक रूप से शुरू किया जा सका।उक्त जानकारी एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा ने दी ।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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