बिलासपुर। असफलता अंत नहीं, सफलता की ओर बढ़ने का पहला मजबूत कदम है। इस विचार को हकीकत बनाते हुए शहर के विनोबा नगर निवासी सृष्टि गुप्ता ने सीजीपीएससी परीक्षा में आठवां स्थान हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है। सृष्टि ने यह सफलता अपने दूसरे प्रयास में पाई है। उनका कहना है कि शुरुआती असफलता केवल एक संकेत होती है कि आपको कितनी मेहनत और किस दिशा में आगे बढ़ना है। मजबूत इरादे और निरंतर प्रयास से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

विनोबा नगर में रहने वाली सृष्टि गुप्ता व्यवसायी सुरेश गुप्ता की बेटी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद बिलासपुर के सीएमडी कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण की। आगे की तैयारी के लिए उन्होंने शहर में ही रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं पर फोकस किया। परिवार के सदस्यों ने हर कदम पर उनका साथ दिया, जिससे उनकी तैयारी और अधिक मजबूत हो सकी। सृष्टि बताती हैं कि पहले प्रयास में वे कुछ अंकों से लक्ष्य से चूक गई थीं। इस असफलता ने उन्हें निराश करने के बजाय और अधिक दृढ़ बना दिया। उन्होंने अपनी कमजोरियों को पहचाना, रणनीति बदली और लगातार अभ्यास व अध्ययन से खुद को तैयार किया। दूसरे प्रयास में उन्होंने वह सफलता हासिल कर ली, जिसका वे लंबे समय से सपना देख रही थीं। उन्होंने बताया कि लगभग एक महीने पहले ही उनका चयन पंचायत विभाग में एडीओ के पद पर हुआ था, लेकिन उन्होंने ज्वाइनिंग नहीं दी। उनका लक्ष्य सीजीपीएससी की परीक्षा थी और उसी दिशा में वे पूरी दृढ़ता के साथ आगे बढ़ती रहीं। गुरुवार को जारी परिणाम में आठवां स्थान मिलने के बाद परिवार सहित पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। सृष्टि ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिवार और नियमित अध्ययन पद्धति को दिया है। सृष्टि कहती हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसे सीख के रूप में लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने बताया कि समय का सही प्रबंधन, निरंतर अभ्यास और सकारात्मक सोच से बड़ी से बड़ी परीक्षा को भी पास किया जा सकता है।
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