20 महीनों में बस्तर संभाग में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियानों में कई शीर्ष नेता सहित 447 माओवादी कैडर मारे गए
1002 गिरफ्तार 749 ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में वापसी की
बीजापुर।बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 27 लाख रुपये के इनामी छह कुख्यात नक्सली मारे गए। यह कार्रवाई जिला रिजर्व गार्ड डीआरजी बीजापुर दंतेवाड़ा और एसटीएफ की संयुक्त टीमों द्वारा की गई। मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री और माओवादी साहित्य बरामद हुआ है।
बड़ी सफलता-कई शीर्ष नक्सली कमांडर ढेर

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में ढेर माओवादियों में मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना उर्मिला एसीएम जगत तामो उर्फ मोटू पीएम देवे भगत और मंगली ओयाम शामिल हैं। ये सभी पश्चिम और दक्षिण बस्तर डिवीजन के सक्रिय कैडर थे, जिन पर कुल 27 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को DKSZCM पापाराव डीवीसीएम कन्ना उर्फ बुचन्ना उर्मिला मोहन कड़ती सहित 50-60 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इस पर टीमों ने कांदुलनार कचलारम और गुज्जाकोंटा के जंगलों में सर्च अभियान शुरू किया। 11 नवम्बर की सुबह 10 बजे से रुक-रुक कर चली फायरिंग में छह नक्सली मारे गए।
बरामद हथियार व सामग्री


मुठभेड़ स्थल से दो इंसास रायफल, एक 9 एमएम कार्बाइन एक .303 रायफल, एक सिंगल शॉट गन 12 बोर बंदूक बड़ी संख्या में कारतूस रेडियो सेट ग्रेनेड स्कैनर हैंड ग्रेनेड माओवादी वर्दी और साहित्य समेत अन्य सामग्री बरामद की गई।
इन नक्सलियों की रही खूनी भूमिका
ढेर हुआ कुख्यात नक्सली कन्ना उर्फ बुचन्ना मद्देड़ एरिया कमेटी का प्रभारी और डीवीसीएम रैंक का कैडर था। उस पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह पिछले एक दशक से बीजापुर और आसपास के इलाकों में कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा था। उस पर पुलिस थानों में 42 मामले दर्ज हैं और 18 स्थाई वारंट लंबित थे।
वहीं उर्मिला पत्नी पापाराव पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव और संगठन की आपूर्ति व्यवस्था संभालती थी। वह भी 8 लाख रुपये की इनामी नक्सली थी। उसकी मौत से माओवादी संगठन को रसद और आपूर्ति व्यवस्था में गहरा झटका लगा है।
एसपी ने बताया -यह नक्सल संगठन के लिए बड़ा झटका
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि इस वर्ष अब तक जिले में 144 माओवादी मारे जा चुके हैं, 499 गिरफ्तार किए गए हैं और 560 ने आत्मसमर्पण किया है।

जनवरी 2024 से अब तक चलाए गए अभियान में 202 माओवादी मारे गए 1002 गिरफ्तार हुए और 749 ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में वापसी की है।
आईजी आईपीएस सुंदरराज बस्तर रेंज ने कही बड़ी बात
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टलिंगम ने बताया कि पुलिस, सुरक्षा बलों और प्रशासनिक एजेंसियों के बेहतर समन्वय से अब अभियान और अधिक तेज़ एवं प्रभावी बनाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य स्पष्ट है एक शांतिपूर्ण और नक्सल-मुक्त बस्तर। माओवादी संगठन अब पूरी तरह से घिर चुका है और उसके पास मुख्यधारा में लौटने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है।
आईजी सुंदरराज ने बताया कि पिछले 20 महीनों में बस्तर संभाग में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियानों में कुल 447 माओवादी कैडर मारे जा चुके हैं जिनमें कई शीर्ष नेता शामिल हैं।
क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल की उम्मीद
नेशनल पार्क मुठभेड़ को सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है। इस कार्रवाई से पश्चिम और दक्षिण बस्तर डिवीजन के माओवादी नेटवर्क को करारा झटका लगा है। पुलिस को उम्मीद है कि इस अभियान के बाद क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में भारी गिरावट आएगी और स्थानीय लोगों में भय का वातावरण समाप्त होगा।
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