जशपुर। दुलदुला क्षेत्र के एक बेहद चौंकाने वाले मामले में पुलिस ने दो साल से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर सोशल मीडिया के माध्यम से नाबालिग बालिका को झांसे में लिया, मोबाइल पर शादी का नाटक रचा और फिर ब्लैकमेल कर उससे दुष्कर्म कराया। मुख्य आरोपी को वर्ष 2022 में ही पटना (बिहार) से गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि उसका साथी दिलीप चौहान अब पुलिस के हत्थे चढ़ा है।

एसएसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि मामला वर्ष 2021 का है। दुलदुला थाना क्षेत्र की 17 वर्षीय नाबालिग बालिका ने नौ अप्रैल 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात युवक ने मोबाइल पर संपर्क कर दोस्ती करने की बात कही। उसने खुद को कुंदन राज नाम बताते हुए कहा कि वह पटना, बिहार में रहता है। नाबालिग के मना करने पर भी वह बार-बार फोन करता रहा। एक दिन उसने अपने हाथ की नस कटी हुई तस्वीर भेजी और कहा कि अगर उससे बात नहीं करेगी तो वह आत्महत्या कर लेगा। आरोपी की बातों में आकर बालिका उसके झांसे में आ गई। धीरे-धीरे दोनों के बीच वीडियो कॉल पर बातचीत शुरू हुई। इस दौरान आरोपी ने मोबाइल पर ही शादी का नाटक रचा और वीडियो कॉल के माध्यम से सुहागरात मनाने का दबाव बनाकर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उसने वही वीडियो वायरल करने की धमकी दी और पीड़िता को ब्लैकमेल करने लगा। ब्लैकमेल के डर से डरी नाबालिग उसकी बात मानने लगी। इसी बीच आरोपी ने कहा कि वह दूर रहता है, इसलिए अपने एक दोस्त को सुहागरात मनाने के लिए उसके पास भेजेगा। धमकियों से भयभीत पीड़िता उसकी बात मानने को विवश हो गई। अक्टूबर 2021 में कुंदन का साथी दिलीप चौहान पीड़िता के पास पहुंचा, जिसने अपना नाम दीपक यादव बताया। उसने दुलदुला क्षेत्र का निवासी बताकर पीड़िता से शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान कुंदन राज वीडियो कॉल पर यह सब देख रहा था।
बहन के पास भेजा वीडियो तो खुला मामला
इसके बाद जब पीड़िता ने उसकी बात मानने से इनकार किया, तो आरोपी कुंदन ने उसका अश्लील वीडियो उसकी बड़ी बहन को भेज दिया। समाज में बदनामी के डर से पीड़िता कुछ दिनों तक चुप रही, लेकिन अंततः हिम्मत जुटाकर बहन के साथ थाने पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी दो साल तक देता रहा चकमा
पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 294, 506, 354(क)(ग), 376(2)(n), 509(ब), पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6, 12 और आईटी एक्ट की धारा 67(बी) के तहत अपराध दर्ज किया। जांच के दौरान पुलिस ने वर्ष 2022 में ही मुख्य आरोपी कुंदन राज को बिहार से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके पास से मोबाइल फोन भी जब्त किया गया था। पूछताछ में उसने अपने साथी दिलीप चौहान का नाम बताया, जो घटना के बाद से फरार था।
दिलीप चौहान लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा। जशपुर पुलिस ने मुखबिर तंत्र और साइबर सेल की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की। पहले वह गोवा में छिपा था, लेकिन वहां से भी फरार हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर गठित टीम ने अंततः आरोपी को कुनकुरी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
मजिस्ट्रेट के सामने कराई गई पहचान
पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़िता से आरोपी की पहचान कराई, जिसमें उसने दिलीप चौहान को पहचान लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया है। उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा रहा है।
टीम में ये रहे शामिल
इस पूरी कार्रवाई में साइबर सेल निरीक्षक संतलाल आयाम, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज किस्पोट्टा, थाना प्रभारी कृष्णकुमार साहू, आरक्षक आनंद खलखो, अकबर चौहान, बसनाथ साहनी और अल्बर्ट कुजूर की अहम भूमिका रही।
एसएसपी ने कहा सतर्कता जरूरी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा कि यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग और ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग का गंभीर उदाहरण है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर नाबालिग पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाया है।
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