बिलासपुर। अपने ही भाई की हत्या के मामले में जमानत पर छूटे हिस्ट्रीशीटर कपिल त्रिपाठी को सिविल लाइन पुलिस ने अवैध वसूली और कर्जा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। न्यायालय के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया गया है। इस मामले में कपिल के एक सहयोगी की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है।

सिविल लाइन थाने में पदस्थ एएसआई गजेंद्र शर्मा ने बताया कि रायपुर के कंचना निवासी सुमित सिन्हा ने कपिल त्रिपाठी और उसके सहयोगियों पर अवैध वसूली की शिकायत की थी। पीड़ित ने बताया कि उसने कपिल से रुपये उधार लिए थे, जिसके बाद कपिल ने मनमाने तरीके से भारी ब्याज वसूलना शुरू कर दिया। कपिल ने न केवल मासिक बल्कि प्रतिदिन के हिसाब से भी ब्याज लिया और वसूली के लिए लगातार दबाव बनाता रहा।
पीड़ित सुमित ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर की प्रताड़ना से परेशान होकर उसने 2021 में ही बिलासपुर शहर छोड़ दिया और रायपुर में जाकर रहने लगा। इसके बावजूद कपिल और उसके गुर्गों ने उसे धमकाना जारी रखा। जब कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या के मामले में जेल में बंद था, उस दौरान उसके साथी अनिमेश शुक्ला ने सुमित को फोन कर छह लाख रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
सुमित की शिकायत पर पुलिस ने अनिमेश शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। उस समय कपिल जेल में बंद होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। बाद में जब कपिल को हत्या के मामले में जमानत मिली, तब सिविल लाइन पुलिस ने उसे अवैध वसूली और कर्जा अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया।
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