बिलासपुर। अरपा नदी में शुक्रवार देर रात अधिवक्ता का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में अधिवक्ता के शरीर पर चोट और खरोंच के निशान पाए गए हैं, जिससे हादसे या किसी अन्य कारण से हुई मौत की आशंका गहराती जा रही है।

बलौदाबाजार जिले के भाटापारा में रहने वाले राहुल अग्रवाल अधिवक्ता थे। वे गुरुवार को काम से हाईकोर्ट आए थे। शाम को उन्होंने कुछ दोस्तों के साथ शराब पी थी। इसके बाद वे अपने एक परिचित के घर मोपका पहुंचे थे। देर रात वे वहां से अपनी बाइक से मंगला स्थित घर लौट रहे थे, लेकिन सुबह तक घर नहीं पहुंचे। जब वे घर नहीं लौटे तो दोस्तों ने उनकी तलाश शुरू की। इस दौरान जानकारी मिली कि रात करीब तीन बजे कोतवाली पुलिस ने रामसेतू के पास उनकी बाइक जब्त की थी। तब दोस्तों ने कोतवाली और सिविल लाइन थाने में उनकी जानकारी दी और गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे कुछ लोगों ने अरपा नदी में एक शव देखने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया, जिसकी पहचान अधिवक्ता राहुल अग्रवाल के रूप में हुई। शनिवार सुबह पंचनामा के दौरान पुलिस ने उनके शरीर पर कई जगह खरोंच और चोट के निशान देखे। इसे देखते हुए पुलिस हादसे, आत्महत्या या किसी अन्य कारण से मौत की सभी संभावनाओं पर जांच कर रही है। अधिवक्ता के परिजनों और दोस्तों ने भी उनकी मौत को संदिग्ध बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
प्रधान संपादक





