रेल प्रशासन लीपा-पोती बंद करे, निष्पक्ष जांच से ही निकलेगी सच्चाई,सीपीआरओ सुस्कर विपुल विलासराव मीडिया से बचते रहे, पत्रकारों के फोन तक नहीं उठाए

जबकि जिला प्रशासन के अधिकारी कलेक्टर आईएएस संजय अग्रवाल और एसएसपी आईपीएस रजनेश सिंह और उनकी टीम मौके पर तब तक डटे रहे जब तक राहत-बचाव कार्य पूरा नहीं हुआ
बिलासपुर ।लालखदान में हुई भीषण रेल दुर्घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। कई यात्रियों की मौत हो गई और दर्जनों घायल अस्पतालों में जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं। लेकिन घटना के महज कुछ घंटों बाद ही रेलवे अधिकारियों द्वारा मृतक मेमू ट्रेन के लोको पायलट पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ देने से नया विवाद खड़ा हो गया है।

इस पर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जब लोको पायलट की ड्यूटी के दौरान मौत हो चुकी है, तब 24 घंटे के भीतर ही उसे दोषी ठहराना न केवल अन्याय है बल्कि मानवता के विरुद्ध भी है।
दुर्घटना की बारीकी से हो जांच, रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए-अटल श्रीवास्तव
विधायक श्रीवास्तव ने कहा कि रेल प्रशासन को चाहिए कि वह बारीकी से जांच कर अंतिम रिपोर्ट सार्वजनिक करे, ताकि जनता को सच्चाई पता चल सके कि हादसे के असली कारण क्या थे। उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी को बचाने या लीपा-पोती करने की कोशिश की गई तो जनता और जनप्रतिनिधि इसका कड़ा विरोध करेंगे।
विधायक ने आगे कहा कि यह समय मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने और घायलों के इलाज पर ध्यान केंद्रित करने का है, न कि ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले लोको पायलट पर आरोप मढ़ने का।
ऑटो सिग्नल प्रणाली फेल हुई, जिम्मेदारी रेल प्रशासन की
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव एवं प्रवक्ता अभय नारायण राय ने सवाल उठाया कि जब ऑटो सिग्नल प्रणाली फेल हुई, तो इसका जिम्मेदार कौन है? तकनीकी और प्रशासनिक खामी को छिपाने के लिए मृतक पर दोष मढ़ना घोर अन्याय है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसईसीआर के सीपीआरओ डॉ सुस्कर विपुल विलासराव मीडिया से बचते रहे, पत्रकारों के फोन तक नहीं उठाए जबकि जिला प्रशासन के अधिकारी कलेक्टर आईएएस संजय अग्रवाल और एसएसपी आईपीएस रजनेश सिंह और उनकी टीम मौके पर तब तक डटे रहे जब तक राहत-बचाव कार्य पूरा नहीं हुआ।
निष्क्रिय सीपीआरओ पर हो सख्त कार्रवाई
विधायक श्रीवास्तव ने कहा कि एक ऐसा निष्क्रिय सीपीआरओ जिसके ऊपर रेल प्रशासन की बातों को मीडिया के समक्ष रखने की पूरी जिम्मेदारी थी, अगर वह संकट की घड़ी में फोन तक नहीं उठाता, तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से रेल प्रशासन की साख पर सवाल उठते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को अपने पद की गरिमा के अनुरूप आचरण करना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से मुंह न मोड़े।
महाप्रबंधक से निष्पक्ष जांच की मांग
विधायक अटल श्रीवास्तव ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक से मांग की कि निष्पक्ष तकनीकी टीम से जांच कराई जाए और रिपोर्ट शीघ्र जारी की जाए ताकि मृतक लोको पायलट और यात्रियों को न्याय मिल सके।
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