लौहपुरुष सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्षगांठ के अवसर पर ग़ालिब सभागार में आयोजित हुआ कार्यक्रम
वर्धा।भारत हर कठिन परिस्थिति में अपनी एकता का परिचय देता आया है। हमारे संविधान में हर चुनौती का समाधान मौजूद है यह कहना है नागपुर परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक आई.पी.एस. संदीप पाटील का। वे गुरुवार को महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में आयोजित राष्ट्रीय एकता की वर्तमान चुनौतियाँ’ विषयक विशिष्ट व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।
श्री पाटील ने कहा कि आज़ादी के 75 वर्षों में भारत ने अनेक चुनौतियों का सामना किया और समाधान भी संविधान की मर्यादा में रहते हुए निकाला। उन्होंने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव आंबेडकर की दृष्टि का उल्लेख करते हुए कहा कि आज देश माओवाद जैसी समस्या से जूझ रहा है। इस पर हमने काफी हद तक नियंत्रण पाया है, लेकिन इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए युवाओं और नागरिकों की जागरूकता आवश्यक है।

विशेष पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि हमें राजनीतिक और सामाजिक समस्याओं का समाधान भी संविधान के भीतर ही ढूँढना चाहिए। जब विकास में आने वाली बाधाएं दूर होंगी, तभी हम विकसित भारत का सपना साकार कर पाएँगे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा और शांति के बल पर आज़ादी की लड़ाई लड़ी थी यह विश्व इतिहास की सबसे बड़ी क्रांति थी।
लौहपुरुष सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्षगांठ के अवसर पर ग़ालिब सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत ने सदैव साहस और दृढ़ता के साथ विकास का मार्ग चुना है। सरदार पटेल इस एकता के सबसे मज़बूत स्तंभ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें देश की एकता बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सजगता सतर्कता और सावधानी बरतनी चाहिए। हमारी भाषा साहित्य, कला और धर्म ही ऐसे सूत्र हैं जो हमें एकता की माला में पिरोए रखते हैं उन्होंने कहा। प्रो. शर्मा ने आगे कहा कि गांधीजी के पास न कोई हथियार था न सत्ता उनका सबसे बड़ा बल था जनता का विश्वास और आस्था।

इस अवसर पर वर्धा जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन कुलसचिव क़ादर नवाज़ ख़ान भी मौजूद रहे। संदीप पाटील का स्वागत कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने चरखा शॉल, विश्वविद्यालय के प्रतीक चिह्न और सूतमाला भेंटकर किया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और कुलगीत से हुई जबकि समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। स्वागत भाषण प्रदर्शनकारी कला विभाग के अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश भारती ने दिया। संचालन दर्शन एवं संस्कृति विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. जयंत उपाध्याय ने किया तथा गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अध्यापक कर्मचारी शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
प्रधान संपादक





